Puri Trip: पुरी घूमने का है प्लान तो इन जगहों को भी कर लें लिस्ट में शामिल, मिलेगा शानदार अनुभव
Puri Trip: भारत के पूर्वी तट पर ओडिशा में बसा पुरी, देश की सबसे पवित्र और खूबसूरत जगहों में से एक है। जगन्नाथ मंदिर और सालाना रथ यात्रा के लिए मशहूर, पुरी आध्यात्मिकता, संस्कृति, विरासत और प्राकृतिक सुंदरता का मिला-जुला रूप है। चाहे आप परिवार के साथ छुट्टियां मनाने का प्लान बना रहे हों, आध्यात्मिक यात्रा कर रहे हों, या बीच पर शांति से घूमने जा रहे हों, पुरी हर यात्री के लिए कुछ न कुछ देता है। अगर आप जल्द ही कोई ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो अपनी यात्रा में इन 5 ज़रूर घूमने वाली जगहों को ज़रूर शामिल करें।
जगन्नाथ मंदिर –पुरी का दिल
हिंदू धर्म के चार धामों में से एक, मशहूर श्री जगन्नाथ मंदिर जाए बिना पुरी की कोई भी ट्रिप पूरी नहीं होती। 12वीं सदी में बना यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार, भगवान जगन्नाथ को समर्पित है। दुनिया भर से तीर्थयात्री इस मंदिर में आशीर्वाद लेने और इसकी अनोखी परंपराओं, जैसे मिट्टी के बर्तनों में महाप्रसाद पकाना और मशहूर रथ यात्रा देखने आते हैं।
मंदिर की शानदार बनावट, आध्यात्मिक वाइब्रेशन और ऐतिहासिक महत्व इसे पुरी का सबसे बड़ा आकर्षण बनाते हैं। पवित्र जगह की आभा, मंत्रों का जाप और ऊंचे नीलचक्र का नज़ारा एक यादगार दिव्य अनुभव देता है।
गोल्डन बीच – आराम के लिए एकदम सही
अगर आप नेचर की शांति का मज़ा लेना चाहते हैं, तो पुरी गोल्डन बीच पर जाएं, जो भारत के सबसे साफ़ और खूबसूरत बीच में से एक है। ब्लू फ्लैग सर्टिफ़िकेशन वाला यह बीच शांत माहौल देता है, जो सुबह की सैर, सूर्योदय के नज़ारे, आराम और फ़ोटोग्राफ़ी के लिए एकदम सही है।
गोल्डन बीच परिवारों, कपल्स और अकेले घूमने वालों के लिए बहुत अच्छा है। शांत समुद्री लहरें, मुलायम सुनहरी रेत और ताज़ी तटीय हवा शहर की ज़िंदगी से एक ताज़ा ब्रेक देती है। आप किनारे पर मिलने वाले घुगुनी-बारा, सीफ़ूड और नारियल पानी जैसे लोकल स्नैक्स का भी मज़ा ले सकते हैं।
कोणार्क सूर्य मंदिर – एक UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट
पूरी से लगभग 35 km दूर, कोणार्क सूर्य मंदिर एक शानदार आर्किटेक्चरल मास्टरपीस है और एक ज़रूर घूमने लायक हेरिटेज साइट है। 13वीं सदी में बना यह मंदिर सूर्य भगवान को समर्पित एक विशाल रथ के आकार में डिज़ाइन किया गया है। इसकी बारीक नक्काशी, बड़े पत्थर के पहिये और बेहतरीन मूर्तिकला दुनिया भर के टूरिस्ट और इतिहासकारों को आकर्षित करती है।
शाम को कोणार्क मंदिर का लाइट एंड साउंड शो ओडिशा के इतिहास और इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समझने का एक शानदार तरीका है। अगर आपको पुरानी वास्तुकला और ऐतिहासिक अजूबे पसंद हैं, तो यह जगह आपके पुरी घूमने के प्लान में ज़रूर होनी चाहिए।
चिलिका झील- एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील
चिलिका झील, एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है, जो पुरी से लगभग एक घंटे की ड्राइव पर है और ओडिशा के सबसे खूबसूरत नेचुरल अट्रैक्शन में से एक है। अपने शानदार नज़ारों, माइग्रेटरी पक्षियों और मशहूर इरावदी डॉल्फ़िन के लिए मशहूर, चिलिका नेचर के शौकीनों और फ़ोटोग्राफ़ी पसंद करने वालों के लिए एकदम सही है।
सातपाड़ा तक बोट राइड करें, जहाँ आप डॉल्फ़िन देख सकते हैं और झील की शांत सुंदरता का मज़ा ले सकते हैं। सर्दियों में, साइबेरिया, जापान और रूस से हज़ारों पक्षी यहाँ माइग्रेट करते हैं, जो इसे बर्डवॉचर्स के लिए स्वर्ग बनाता है।
रघुराजपुर हेरिटेज विलेज – ओडिशा का आर्ट विलेज
पुरी से सिर्फ़ 12 km दूर रघुराजपुर है, जो एक हेरिटेज क्राफ़्ट विलेज है जो पट्टचित्र पेंटिंग, ताड़ के पत्तों की नक्काशी और पारंपरिक लकड़ी के खिलौनों के लिए मशहूर है। इस गाँव का हर घर एक आर्टिस्ट की वर्कशॉप है, जो इसे ओडिशा की सबसे कल्चरल रूप से रिच जगहों में से एक बनाता है।
विज़िटर्स कारीगरों से बातचीत कर सकते हैं, लाइव पेंटिंग डेमोंस्ट्रेशन देख सकते हैं, और असली हाथ से बनी यादगार चीज़ें खरीद सकते हैं। यह अनोखा कलात्मक अनुभव रघुराजपुर को पुरी के पास सबसे खास और अनोखी जगहों में से एक बनाता है। शाम को घूमना ओडिशा के इतिहास और इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समझने का एक शानदार तरीका है। अगर आपको पुरानी वास्तुकला और ऐतिहासिक अजूबे पसंद हैं, तो यह जगह आपके पुरी घूमने के प्लान में शामिल होनी चाहिए।
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