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Dras: द्रास है दुनिया का दूसरा सबसे ठंडा शहर! जानें क्यों है यह कश्मीर का छिपा हुआ हीरा है

भारत के लद्दाख क्षेत्र में स्थित ड्रास (Dras) को अक्सर ‘Gateway to Ladakh’ कहा जाता है। समुद्र तल से लगभग 10,300 फीट की ऊंचाई
12:58 PM Nov 11, 2025 IST | Preeti Mishra
भारत के लद्दाख क्षेत्र में स्थित ड्रास (Dras) को अक्सर ‘Gateway to Ladakh’ कहा जाता है। समुद्र तल से लगभग 10,300 फीट की ऊंचाई

Dras: भारत के लद्दाख क्षेत्र में स्थित ड्रास (Dras) को अक्सर ‘Gateway to Ladakh’ कहा जाता है। समुद्र तल से लगभग 10,300 फीट की ऊंचाई पर बसा यह छोटा सा शहर दुनिया के दूसरे सबसे ठंडे बसे हुए स्थान के रूप में जाना जाता है, जहाँ तापमान सर्दियों में -40°C से भी नीचे चला जाता है। हालांकि इतनी कठोर ठंड के बावजूद, ड्रास प्राकृतिक सुन्दरता, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक विरासत से भरपूर है, जो इसे एक अनोखा पर्यटन स्थल बनाता है।

द्रास क्यों प्रसिद्ध है?

द्रास का नाम सुनते ही अक्सर 1999 के कारगिल युद्ध की याद आती है। यह वह स्थान है जहाँ भारतीय सेना ने कठिनतम परिस्थितियों में दुश्मनों का मुकाबला करते हुए बहादुरी का परचम लहराया था। यहाँ स्थित Dras War Memorial हर भारतीय के लिए गर्व और श्रद्धा का प्रतीक है। इस स्मारक पर शहीद जवानों के नाम खुदे हैं और यहाँ Flame of Remembrance निरंतर प्रज्वलित रहती है।

द्रास केवल इतिहास ही नहीं, बल्कि बर्फ से ढकी चोटियों, गहरी घाटियों, कल-कल बहते झरनों और शांत पहाड़ी जीवन का एक अद्भुत संगम भी है।

द्रास के प्रमुख पर्यटन स्थल

Dras War Memorial (Kargil War Memorial) 1999 की शौर्यगाथा का प्रतीक, अनिवार्य रूप से घूमने लायक
Tiger Hill & Tololing Hill युद्ध के महत्वपूर्ण मोर्चे, शानदार दृश्य
Minamarg Valley फूलों से ढकी घाटी, मनमोहक प्राकृतिक दृश्य
Zojila Pass श्रीनगर और लद्दाख को जोड़ने वाला खतरनाक लेकिन अद्भुत दर्रा
Statue of Buddha at Kargil vicinity सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व

द्रास के निवासी (Inhabitants)

यहाँ के लोग मुख्यतः बकरवाल, द्रासी और बल्ति समुदायों से आते हैं। कठोर जलवायु के बावजूद ये लोग अत्यंत मेहमाननवाज और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध हैं। यहाँ की भाषा में कश्मीरी, उर्दू, पश्तो और शína के शब्दों का मिश्रण मिलता है। इनकी जीवन शैली सरल, शांत और प्रकृति के करीब है।

द्रास कैसे पहुँचे?

By Air: निकटतम एयरपोर्ट कुशोक बक़ुला रिम्पोची एयरपोर्ट (Leh) या श्रीनगर एयरपोर्ट
By Road: श्रीनगर से ड्रास की दूरी लगभग 140 किमी, Zojila Pass के माध्यम से
By Bus/Taxi: श्रीनगर, सोनमर्ग और कारगिल से नियमित सेवाएं

ट्रेवल टिप्स

ऊँचाई पर ऑक्सीजन कम होती है, इसलिए acclimatization आवश्यक है। सर्दियों में मार्ग अक्सर बर्फबारी के कारण बंद होते हैं। गर्म कपड़े, थर्मल, ग्लव्स और स्नो-शूज़ साथ रखें।

द्रास घूमने का सबसे अच्छा समय

May से September: मौसम अनुकूल, सड़कें खुली रहती हैं, वादियों का असली सौंदर्य देखने को मिलता है।
Winter (November–February): तापमान अत्यंत कम, केवल अनुभवी और तैयारी वाले यात्री ही जाते हैं।

द्रास केवल एक ठंडा क्षेत्र नहीं, यह शौर्य, प्रकृति और संस्कृति का संपूर्ण मिश्रण है। यहाँ आने वाला हर यात्री युद्ध स्मृति से भावुक होता है, हिमाच्छादित चोटियों की सुंदरता से आश्चर्यचकित होता है और यहाँ की सादगी से प्रभावित होता है। अगर आप इस सर्दी किसी अनोखे और यादगार स्थान की खोज में हैं — द्रास आपका इंतजार कर रहा है।

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