नागपुर में आरएसएस विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम, संघ प्रमुख ने की शस्त्र पूजा
RSS Vijayadashami Utsav: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लिए आज का दिन बहुत ख़ास है। विजयदशमी के दिन 1925 में संघ की स्थापना हुई थी और तब से संघ विजयादशमी उत्सव मानता चला आ रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हर साल की तरह इस बार भी विजयादशमी का उत्सव मना रहा है। मुख्य समारोह नागपुर रेशमबाग के मैदान में आयोजित किया जा रहा है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष विजयादशमी समारोह में मुख्य अतिथि हैं।
संघ प्रमुख ने की शस्त्र पूजा
आरएसएस विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम में संघ प्रमुख के संबोधन से पहले ध्वज प्रणाम, शस्त्र पूजन, घेाषवाद स्वयंसेवकों द्वारा किया गया। फिर संघ की घेाषवाद की धुन पर ध्वज वंदन किया गया, इसके बाद स्वयंसेवकों ने योग, दंड, नियुद्ध, शारीरीक प्रत्याक्षिक भी किया। सुबह करीब साढ़े सात बजे शुरू हुए इस समारोह में संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने सबसे पहले शस्त्र पूजा की, जो धर्म की रक्षा और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने दी विजयादशमी की बधाई
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन की शुरुआत विजयादशमी की बधाई से की। कोविंद ने कहा कि मेरे जीवन में नागपुर के दो महापुरुषों का बहुत बड़ा योगदान है- डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर। पूर्व राष्ट्रपति ने संघ के अब तक के सफर में सरसंघचालकों के योगदान के बारे में बताया।
शस्त्र पूजन में स्वदेशी मिसाइल पिनाका, ड्रोन भी शामिल
संघ के विजयदशमी, शस्त्र पूजन के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रमुख रूप से उपस्थित हैं। शस्त्र पूजन मे स्वदेशी शस्त्र रखे गये है, जिसमें पिनाका मिसाइल, ड्रोन भी शामिल हैं। इस बार कार्यक्रम में घाना, दक्षिण अफ्रीका ,थाईलैंड, इंडोनेशिया, यूके, जैसे देश के अतिथि भी शामिल होने के लिए पहुंचे हुए हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले मौजूद है।
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