ऑपरेशन सिंदूर से लेकर S-400 के डिफेंस तक...कैसे भारत ने 3 दिनों में पाकिस्तान की सांस फुला दी!
Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के दिनों में सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच गया है। भारत ने अपनी नीति "पहले ठोको, फिर रोको, फिर ठोको" के तहत पाकिस्तान को सैन्य रूप से कड़ा जवाब दिया है। इस नीति के तहत भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। (Operation Sindoor) इस अभियान का नाम था ‘ऑपरेशन सिंदूर’, जिसने न केवल पाकिस्तान को सैन्य रूप से झटका दिया, बल्कि उसे कूटनीतिक और मनोवैज्ञानिक रूप से भी हिलाकर रख दिया। आइए एक नजर डालते हैं कि कैसे भारत ने अपनी कुशल सैन्य ताकत और रणनीति से पाकिस्तान को पानी मांगने पर मजबूर कर दिया और 6 मई से शुरू हुए इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान को घुटनों पर लाकर खड़ा कर दिया.
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत की सर्जिकल स्ट्राइक
6 और 7 मई 2025 की मध्यरात्रि को भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक अभूतपूर्व सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और PoK में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। यह कार्रवाई रात करीब 1:30 बजे शुरू हुई और इसका मुख्य उद्देश्य आतंकवादी संगठनों के लॉन्चपैड्स, हथियारों के भंडार और प्रशिक्षण शिविरों को पूरी तरह नष्ट करना था।
ये आतंकी ठिकाने भारत के खिलाफ हमलों की साजिश रच रहे थे, और खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना ने इन ठिकानों को निशाना बनाया। ऑपरेशन सिंदूर में अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों का उपयोग किया गया, जिसमें ड्रोन, फाइटर जेट्स और प्रेसिजन-गाइडेड मुनिशन्स शामिल थे। इस कार्रवाई ने न केवल आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाया, बल्कि पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसी ISI को भी साफ संदेश दिया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की ढिलाई बरतने वाला नहीं है।
पाकिस्तान की बौखलाहट और जवाबी हमले
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने पाकिस्तान को पूरी तरह बौखला दिया। 7 और 8 मई की रात पाकिस्तान ने भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों पर बड़े पैमाने पर हमले शुरू किए। इन हमलों में ड्रोन, मिसाइल और मोर्टार का उपयोग किया गया। पाकिस्तान ने भारत के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में कई सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिनमें अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज जैसे क्षेत्र शामिल थे।
हालांकि, भारत की S-400 एयर डिफेंस सिस्टम और इंटीग्रेटेड काउंटर यूएएस ग्रिड ने इन हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया। पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया गया, जिससे भारत को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। भारतीय वायुसेना और थलसेना की त्वरित प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान की नापाक मंशाओं को विफल कर दिया।
भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में हड़कंप
पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करने के बाद भारत ने 8 मई की सुबह जवाबी कार्रवाई शुरू की। इस कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाकर उसे पूरी तरह तबाह कर दिया। इसके बाद भारत ने रावलपिंडी, लाहौर और कराची जैसे प्रमुख शहरों पर सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ।
इन हमलों में रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम को भी नुकसान पहुंचा, जहां उस रात पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का एक मैच होने वाला था। भारतीय सेना ने आकाश मिसाइल सिस्टम का उपयोग करके इन हमलों को अंजाम दिया। इसके अलावा, गुंजरावाला जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में भी हड़कंप मच गया। सड़कों पर एंबुलेंस और अफरा-तफरी की तस्वीरें सामने आईं, जो पाकिस्तान की कमजोर स्थिति को दर्शाती थीं।
8 मई की शाम: पाकिस्तान के ड्रोन हमले फिर नाकाम
8 मई की शाम पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की। इस बार जम्मू नागरिक हवाई अड्डे, सांबा, आरएस पुरा, अरनिया और आसपास के क्षेत्रों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान ने आठ मिसाइलें दागीं और ड्रोन हमलों की कोशिश की, लेकिन भारत के S-400 सिस्टम ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया।
इसी दौरान जम्मू विश्वविद्यालय के पास एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया गया। यह ड्रोन सीमावर्ती क्षेत्रों से जम्मू की ओर बढ़ रहा था और विश्वविद्यालय परिसर के पास रडार पर पकड़ा गया। भारतीय सेना की त्वरित कार्रवाई ने इस खतरे को भी खत्म कर दिया। S-400 सिस्टम ने लगातार पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट किया, जिससे भारत की हवाई सुरक्षा की ताकत दुनिया के सामने स्पष्ट हो गई।
भारत की दूसरी जवाबी कार्रवाई: पाकिस्तान के कई शहरों पर हमला
8 मई की शाम पाकिस्तान के लगातार हमलों को नाकाम करने के बाद भारतीय सेना ने फिर से जवाबी कार्रवाई शुरू की। इस बार भारत ने लाहौर, बहावलनगर, क्वेटा और अन्य शहरों को निशाना बनाया। खास तौर पर बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में भारतीय सेना ने चार प्रमुख ठिकानों पर हमले किए।
पठानकोट और भारतीय हवाई क्षेत्र में कार्रवाई
इसके बाद 8 मई की रात 9 बजे के करीब पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर पाकिस्तान ने ड्रोन से मिसाइल दागने की कोशिश की। भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इस मिसाइल को हवा में ही इंटरसेप्ट कर लिया। इसके साथ ही, भारतीय वायुसेना ने एक पाकिस्तानी F-16 फाइटर जेट को मार गिराया, जो भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहा था।
इसके बाद भारतीय सेना ने सीमावर्ती क्षेत्रों में IL-17 एयर डिफेंस गन का उपयोग शुरू किया। जम्मू, राजौरी, पूंछ, तंगधार और गुलमर्ग जैसे संवेदनशील सेक्टरों में इन हथियारों को सक्रिय कर हमले किए गए। भारतीय सेना ने इन क्षेत्रों में पाकिस्तान की गोलाबारी और ड्रोन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया।
पाकिस्तानी फाइटर जेट्स और AWACS का नुकसान
8 मई की रात भारत ने अपनी जवाबी कार्रवाई को और तेज करते हुए पाकिस्तान के तीन फाइटर जेट्स को मार गिराया। इनमें दो JF-17 और एक F-16 शामिल थे। इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान के एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) विमान को भी नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई भारतीय वायुसेना के उच्च स्तरीय एयर डिफेंस ऑपरेशन का हिस्सा थी और इससे पाकिस्तान की हवाई ताकत को गहरी चोट पहुंची।
9 मई की कार्रवाई: ओकारा आर्मी कैंट पर हमला
8 और 9 मई की मध्यरात्रि को भारत ने फिर से जवाबी कार्रवाई शुरू की। इस बार पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ओकारा आर्मी कैंट पर ड्रोन हमला किया गया। यह हमला 9 मई की सुबह हुआ और इसकी पुष्टि भारतीय सैन्य सूत्रों ने की। इस हमले से पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ और सीमापार हड़कंप मच गया