ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में हड़कंप, भारत ने टारगेट लॉक किया, अब पाकिस्तान होगा दाने-दाने का मोहताज!
Operation Sindoor:भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पाकिस्तान में अब केवल कोहराम की खबरें आ रही हैं। भारत ने रातभर गोला-बम और ड्रोन मिसाइलों से भारी हमला किया। अब भारत ने ऐसा टारगेट लॉक किया है, जिससे पाकिस्तान को दाने-दाने के लिए मोहताज होना पड़ेगा। यदि यह मिशन सफल होता है, तो पाकिस्तान की स्थिति गंभीर हो जाएगी, और वह आर्थिक संकट से जूझने पर मजबूर होगा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक, रणनीतिक और अब आर्थिक मोर्चे पर सख्त रुख अपना लिया है। (Operation Sindoor)भारत सरकार ने अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की कमजोर आर्थिक स्थिति को उजागर करते हुए बड़ा कदम उठाया है। सूत्रों के मुताबिक, भारत ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से पाकिस्तान को दिए जा रहे कर्जों की समीक्षा करने की मांग की है।
पाकिस्तान भारी आर्थिक संकट...
IMF की फंडिंग को लेकर भारत की चिंता ऐसे वक्त में सामने आई है जब पाकिस्तान भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है और IMF से मिले बेलआउट पैकेज के सहारे ही उसका बजट संतुलन बना हुआ है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर भारत की यह सिफारिश असर करती है, तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को करारा झटका लग सकता है।
पाकिस्तान के लिए एक और झटका?
22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पहले ही कई ठोस फैसले लिए हैं. जिनमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना, वीजा सेवाएं बंद करना, और पाकिस्तान स्थित उच्चायोग की गतिविधियों को सीमित करना शामिल है। अब इस क्रम में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक दबाव बनाने की तैयारी की जा रही है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में भारत सरकार के वरिष्ठ सूत्र के हवाले से बताया गया है कि भारत ने IMF से अनुरोध किया है कि वह पाकिस्तान को दी गई वित्तीय सहायता का पुनर्मूल्यांकन करे, खासकर उस सहायता का जो उसे जलवायु परिवर्तन और आपदा लचीलापन के नाम पर मिली है।
IMF से मिली थी बड़ी राहत
पाकिस्तान को पिछले वर्ष IMF से लगभग 7 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज मिला था, जिसमें हाल ही में 1.3 अरब डॉलर की एक नई सहायता राशि भी शामिल है। ये कर्ज पाकिस्तान की बिगड़ती अर्थव्यवस्था को कुछ समय के लिए स्थिर करने में मददगार साबित हुआ था। लेकिन अब अगर इस सहायता पर सवाल उठते हैं, तो इसका असर सीधे पाकिस्तान की विदेशी मुद्रा भंडार और कर्ज भुगतान क्षमता पर पड़ेगा।
9 मई को तय हो जाएगा पाकिस्तान का भविष्य
9 मई को आईएमएफ की समीक्षा यह निर्धारित करेगी कि पाकिस्तान वित्तपोषण की अगली किश्त को अनलॉक करने के लिए आवश्यक शर्तों को पूरा करता है या नहीं। हालांकि, समीक्षा का समय विशेष रूप से संवेदनशील है, जो भारत के "ऑपरेशन सिंदूर" के कुछ ही दिनों बाद आ रहा है, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया था। इस घटनाक्रम ने पाकिस्तान की वित्तीय सहायता के पुनर्मूल्यांकन के लिए भारत के आह्वान को बल दिया है। भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में तनाव की शुरुआत 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले से हुई।
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