जब शब्द नहीं, वार बोले....ऑपरेशन सिंदूर से मोदी ने रचा वो इतिहास, जो सिर्फ ग्रैंडमास्टर ही लिखता!
Operation Sindoor: भू-राजनीति के शतरंज पर चालें वही असर करती हैं...जो न सिर्फ प्रतिद्वंद्वी को चौकाएं बल्कि पूरे विश्व को यह समझा दे कि अब खेल का नियम बदल चुका है। ऑपरेशन सिंदूर कोई समान्य सैन्य कार्रवाई नहीं थी...यह एक राष्ट्र की चेतना ... आक्रोश और आंकाक्षा का विस्फोट था, जिसे एक रणनीतिक खिलाड़ी ने बहेद सोच समझकर अजाम दिया। (Operation Sindoor)पीएम मोदी ने इस मिशन के जरिए सिर्फ पाक के आतंकी ढांचे को ही नहीं हिलाया, बल्कि भारत की आंतरिक राजनीति, सुरक्षा नीति और अंतरराष्ट्रीय संदेश को भी एक साथ साध लिया। यह एक ऐसा ऑपरेशन था, जहां बारूद के साथ शब्दों की भी मार थी...और हर मोहरा सोच-समझकर चला गया।
वैश्विक समर्थन
भारत के एक्शन पर अमेरिका, इजरायल और यूरोपीय देशों ने घटना को सटीक और संयमित कदम बताया और सराहना की। भारत ने यह स्पष्ट किया कि हमले किसी पाकिस्तानी नागरिक, सैन्य या आर्थिक प्रतिष्ठान पर नहीं हुए। केवल जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के गढ़ों को निशाना बनाया गया।
भारत की अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक रणनीति
अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, सऊदी अरब और यूएई जैसे प्रमुख देशों को भारतीय अधिकारियों ने इस कार्रवाई की पूरी जानकारी दी। अमेरिकी NSA और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से भारत के NSA अजीत डोभाल ने बात की। वॉशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने भारत की कार्रवाई को "नपी-तुली, जिम्मेदार और गैर-उकसाऊ" बताया।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने 14 दिन के भीतर इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय वायुसेना ने 6-7 मई 2025 की रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। हमले में शामिल सभी पायलट और सैनिक सुरक्षित लौटे।
हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया
पहलगाम के आतंकवादियों ने हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया था, उनकी पहचान करने के लिए वे कलमा पढ़ने को बोले और उनके सिर में गोली मार दी थी। कुछ पीड़ितों को उनकी पत्नियों के सामने मार दिया गया था। ये भी कहा जा सकता है कि शादीसुदा हिंदू महिलाओं के माथे पर लगे सिंदूर को मिटा दिया गया था। इसलिए, सबसे पहले और सबसे अहम बात यह है कि उन्होंने इस घटना को एक ऐसा नाम दिया जो तुरंत ही सही साबित हुआ... ऑपरेशन सिंदूर।
हिंदू कल्पना में लिपटे इस नाम से यह साफ हो गया कि यह उस बेतहाशा हिंसा का बदला था, जिसने भारतीय महिलाओं को विधवा बना दिया था। इसलिए, ऑपरेशन सिंदूर करने वाला सिर्फ़ सीमा पार आतंकवादियों को खत्म करने वाला राष्ट्र नहीं था, यह अपनी महिलाओं के सम्मान के लिए खड़ा होने वाला राष्ट्र था।
भारतीय महिलाओं के दर्द...
पहलगाम हमले की तस्वीरें भारतीय महिलाओं के दर्द और असहायता की चीख थीं। लेकिन भारत, जिसे 'भारत माता' कहा जाता है, सिर्फ पीड़ा नहीं सहता...वह प्रतिशोध भी लेता है। ऑपरेशन सिंदूर इस पीड़ा का उत्तर था, जहां पीएम मोदी ने दुनिया को दिखाया कि भारतीय महिलाएं अब शिकार नहीं, शक्ति हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब दो महिला अधिकारी...कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका बख्शी....सामने आईं, तो यह सिर्फ जवाब नहीं, एक संदेश था: यह भारत नई परिभाषा लिख रहा है।
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