यूट्यूबर से लेकर CRPF जवान तक...देश का नमक खाकर करते थे गद्दारी, पहलगाम हमले ने किया बेनकाब
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां देश में छिपे जासूसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही हैं। कई लोग, जो चंद पैसों के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को संवेदनशील जानकारी दे रहे थे, अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें यूट्यूबर, CRPF जवान और आम लोग शामिल हैं। आइए जानते हैं इन जासूसों की कहानी।
जसबीर सिंह: यूट्यूबर से जासूस तक
पंजाब के रूपनगर के महलान गांव निवासी जसबीर सिंह को पंजाब पुलिस ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया। वह ‘जान महल’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाता है, जिसके 11 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। जसबीर का संबंध हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा और पाकिस्तानी खुफिया एजेंट शाकिर उर्फ जट्ट रंधावा से था।
वह दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन के पूर्व अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में भी था। जसबीर 2020, 2021 और 2024 में तीन बार पाकिस्तान जा चुका है और उसने दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास में आयोजित नेशनल डे कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। ज्योति की गिरफ्तारी के बाद उसने अपने फोन से संदिग्ध चैट और डेटा मिटाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सबूत बरामद कर लिए।
CRPF जवान मोतीराम जाट की गद्दारी
मोतीराम जाट, CRPF की 116वीं बटालियन में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर, भी जासूसी के आरोप में पकड़ा गया। वह पहलगाम में तैनात था और हमले से पांच दिन पहले उसका तबादला हुआ था। NIA की जांच में पता चला कि मोतीराम 2023 से पाकिस्तानी एजेंटों को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां दे रहा था। उसे हर जानकारी के लिए 3,500 रुपये और खास सूचनाओं के लिए 12,000 रुपये मिलते थे। NIA ने उसे 26 मई को दिल्ली से गिरफ्तार किया।
पंजाब से कई जासूस धरे गए
पंजाब पुलिस ने 4 मई को अमृतसर के अजनाला से फलकशेर मसीह और सूरज मसीह को गिरफ्तार किया। ये दोनों सेना की गतिविधियों और संवेदनशील जानकारी ISI को भेज रहे थे। 11 मई को मलेरकोटला से गुजाला (31) और यामीन मोहम्मद को पकड़ा गया, जो ऑनलाइन भुगतान के बदले गोपनीय जानकारी साझा कर रहे थे। गुजाला ने बताया कि उसने पैसे के लिए यह काम किया और उसे UPI के जरिए भुगतान मिलता था।
हरियाणा से ज्योति मल्होत्रा
हरियाणा के हिसार से 16 मई को यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार किया गया, जो ‘ट्रैवल विद जेओ’ चैनल चलाती है। वह 2023 में पाकिस्तान हाई कमीशन में दानिश से मिली थी, जहां वह वीजा के लिए गई थी। ज्योति ने जनवरी 2025 में पहलगाम का दौरा किया था और वहां से पाकिस्तान गई थी। उस पर संवेदनशील जानकारी ISI को देने का आरोप है।
17 मई को नूंह से अरमान (23) को गिरफ्तार किया गया, जो व्हाट्सएप के जरिए सैन्य गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तान भेजता था। 19 मई को नूंह से ही मोहम्मद तारिफ को पकड़ा गया, जिसने पाकिस्तानी दूतावास के कर्मचारी को सिम कार्ड दिए और पाकिस्तान यात्रा की बात कबूल की। उसके फोन से डिलीट की गई चैट और सैन्य जानकारी बरामद हुई।
इसके अलावा 24 वर्षीय नौमान इलाही, जो पानीपत में सिक्योरिटी गार्ड था, को 15 मई को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया। वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और अपनी बहन-बहनोई के साथ रहता था। नौमान ISI के हैंडलर को जानकारी देता था और अपने साले के खाते में पैसे लेता था।