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पाकिस्तान से रिहा होने के बाद अब घर पहुंचे BSF जवान पूर्णम शॉ, फूल बरसाकर ग्रामीणों ने किया स्वागत

बीएसएफ जवान पूर्णम शॉ पाकिस्तान से रिहा होने के एक हफ्ते बाद घर लौटे। उनका जोरदार स्वागत किया गया।
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BSF Soldier Return Home: अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर को गलती से पार कर पाकिस्तान पहुंचे BSF जवान का अपने गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ। लोगों ने फूल बरसाकर बीएसएफ जवान पूर्णम शॉ की अगवानी की। (BSF Soldier Return Home) वहीं जवान के घर पर भी दिवाली जैसा उत्सव नजर आया। जवान की पत्नी ने कहा कि आज पति वापस लौटे हैं, हमारे घर आज दिवाली मन रही है।

पाकिस्तान से रिहा जवान घर लौटा

भारत के सीमा सुरक्षा बल के जवान पू्र्णम शॉ गश्त के दौरान गलती से अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पार कर पाकिस्तान में पहुंच गए। बीएसएफ जवान पूर्णम शॉ करीब 20 दिन पाकिस्तान में रहे। पिछले हफ्ते पूर्णम शॉ पाकिस्तान से रिहा होकर भारत पहुंचे और अब अपने पैतृक घर पहुंचे। पूर्णम शॉ का पैतृक घर पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में हैं। जहां पहुंचने पर बीएसएफ जवान पूर्णम शॉ का जोरदार स्वागत हुआ।

BSF जवान के घर दिवाली सा उत्सव

पाकिस्तान से रिहा होने के बाद पहली बार पैतृक घर पहुंचने पर बीएसएफ जवान का फूल बरसाकर स्वागत किया गया। पूर्णम शॉ की अगवानी के लिए पूरा गांव इकट्ठा हो गया। भारत माता के जयकारों के बीच पूर्णम शॉ अपने घर पहुंचे। तो पत्नी और माता-पिता की आंखें खुशी से छलक उठी। बीएसएफ जवान के घर पर जश्न का माहौल नजर आया। उनकी पत्नी ने कहा कि आज हमारे राम घर लौट आए हैं, आज हमारे घर दिवाली मन रही है।

BSF Soldier Return Home

पूर्णम शॉ की वापसी से गांव में खुशी

BSF जवान पूर्णम शॉ ने घर पहुंचकर कहा कि मुझे माता-पिता को लेकर काफी चिंता हो रही थी। ऐसे में सैन्य संघर्ष खत्म होते ही वह घर पहुंचे हैं। अब घर परिवार से मिलकर काफी अच्छा लग रहा है। पूर्णम शॉ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वो पाकिस्तान में थे। इसलिए घर वालों को काफी चिंता हो रही थी, ऐसे में सकुशल वापसी होने पर अब वह माता-पिता से मिलने घर पहुंचे हैं।

23 अप्रैल को बॉर्डर पार कर गए थे शॉ

पूर्णम कुमार शॉ BSF पंजाब के फिरोजपुर में तैनात थे। 23 अप्रैल को पूर्णम गलती से सीमा पार कर बैठे और पाकिस्तान पहुंच गए। इसके बाद 14 मई को पाकिस्तान ने उन्हें अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए वापस भारत भेजा। इसके बाद पूर्णम शॉ करीब एक हफ्ते बाद अब अपने पैतृक घर लौटे हैं। जिससे उनके घर पर ही नहीं बल्कि पूरे गांव में जश्न का माहौल नजर आया। पूर्णम शॉ के घर लौटने की खुशी में पूरे गांव को सजाया गया।

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