अमेरिका ने फिर दिया भारत को बड़ा झटका, एच-1बी वीजा की फीस बढ़ाकर सालाना 1 लाख डॉलर की
H1B Visa New Rules: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ नीति के बाद अब एक और बड़ा फैसला लेकर सभी को चौंका दिया। इससे अमेरिका जाकर काम करने वालों की संख्या में भारी कमी आ सकती है। बता दें शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा (H-1B Visa) के लिए नई शर्तें लागू कर दी हैं। चलिए जानते हैं नई शर्तें लागू होने के बाद क्या बदलाव होगा..?
H1-B वीजा की फीस में बढ़ोत्तरी
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए H1-B वीजा की फीस 1 लाख डॉलर (लगभग 88 लाख रुपये) तक बढ़ा दी है। यह आदेश 21 सितंबर यानी कल से लागू हो जाएगा और 12 महीनों तक लागू रहेगा। इसके बाद ट्रंप इसे आगे बढ़ा सकते हैं। एच-1बी वीजा की शुरुआत 1990 में हुई थी, ताकि अमेरिका उन क्षेत्रों में उच्च-शिक्षित और विशेषज्ञ विदेशी पेशेवरों को काम पर रख सके।
भारतीय कर्मचारियों पर पड़ेगा ज्यादा असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार एक खास आदेश पर दस्तख्त किए हैं। इससे H-1B वीजा आवेदन की फीस बढ़ाकर सालाना एक लाख डॉलर यानी 88 लाख रुपए हो गई है। इसका सीधा असर भारत के लोगों पर होने जा रहा है। अमेरिका का यह वीजा कुशल कर्मचारियों को दिया जाता है। सबसे ज्यादा एच-1बी वीज़ा भारतीयों को मिलते हैं। ऐसे में भारतीय इससे सीधे तौर पर प्रभावित होने जा रहे हैं।
कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि ट्रंप के इस फैसले से सबसे ज्यादा नुकसान भारत को होगा। भारतीयों के लिए अमेरिका में नौकरी के मौके कम होंगे। अमेरिका से भारत आने वाले पैसे में भी भारी कमी आएगी। भारत के IT प्रोफेशनल्स की नौकरियां खतरे में होंगी।ये खतरा इसलिए भी बड़ा होगा, क्योंकि देश की बड़ी IT कंपनियां पहले से ही छंटनी कर रही हैं।
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