दुश्मनों का काल बनेगी 'रुद्र' और 'भैरव' ब्रिगेड!, कारगिल विजय दिवस पर सेना प्रमुख का बड़ा ऐलान
Kargil Vijay Diwas: आज कारगिल विजय दिवस के मौके पर देश अपने वीर शहीद सपूतों को याद कर रहा है। बता दें 26 साल पहले यानी साल 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था। इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तानी सैनिकों को करारी शिकस्त दी थी। इस युद्ध में देश के 527 सैनिक शहीद हुए थे। हर साल 26 जुलाई को देशभर में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। शनिवार को कारगिल विजय दिवस के मौके पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कारगिल के द्रास में एक कार्यक्रम को संबोधित किया।
आतंकवाद को पनाह देने वाले अब बच नहीं पाएंगे: सेना प्रमुख
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कारगिल विजय दिवस पर पाकिस्तान को साफ संदेश देते हुए कहा कि आतंकवाद को पनाह देने वाले अब बच नहीं पाएंगे। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि "भारत की 7 मई की कार्रवाई महज एक प्रतिक्रिया नहीं थी, बल्कि पाकिस्तान के लिए एक संदेश था, जिसके आतंकवादियों ने पहलगाम में आतंकी हमला किया था। इस बार भारत ने सिर्फ शोक नहीं मनाया, उसने निर्णायक जवाब देने का संकल्प लिया। यह एक स्पष्ट संदेश था- आतंकवाद को पनाह देने वाले अब बच नहीं पाएंगे।"
दुश्मनों का काल बनेगी 'रुद्र' और 'भैरव' ब्रिगेड!
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि आधुनिकीकरण और बदलाव की दिशा में सेना में 'रुद्र' और 'भैरव' नामक ब्रिगेड की भी स्थापना की जा रही हैं। बता दें शनिवार को 26वें कारगिल विजय दिवस के मौके पर संबोधित करते हुए सेना प्रमुख ने बताया कि भविष्य में 'रुद्र' और 'भैरव' ब्रिगेड दुश्मनों का काल बनेगी।
क्या है रुद्र ब्रिगेड..?
पिछले कुछ सालों में सीमा पर आतंकवादी घटनाओं में काफी कमी देखने को मिली है। मोदी सरकार ने सेना को कार्रवाई की खुली छूट दे रखी है। जबकि सेना की ताकत को मजबूत करने के लिए सैन्य बजट में काफी इजाफा किया है। अब सेना में जल्द ही रुद्र ब्रिगेड के रूप में सीमाओं पर सैनिक तैनात रहेंगे। बता दें रुद्र ब्रिगेड में अलग-अलग तरह की फाइटिंग यूनिट्स एक साथ शामिल किया गया है, जिसमें पैदल सेना, बख्तरबंद गाड़ियों वाले सैनिक, तोपखाने, विशेष प्रशिक्षण पाए सैनिक शामिल किए जाएंगे।
क्या है 'भैरव' ब्रिगेड..?
रुद्र ब्रिगेड के साथ सेना में एक 'भैरव' ब्रिगेड को भी शामिल किया जा रहा है। पहाड़ों और जंगलों में ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए 'भैरव' ब्रिगेड को शामिल किया जा रहा है। ये स्पेशल फोर्सेज की तरह काम करेंगी, लेकिन इनका फोकस सीमाओं पर अचानक हमले और दुश्मन को परेशान करना है। इसको लेकर जनरल द्विवेदी ने बताया कि ''सीमा पर दुश्मन को करारा झटका देने के लिए चुस्त और घातक विशेष बल इकाइयां 'भैरव' लाइट कमांडो बटालियन स्थापित की गई हैं।"
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सेनाध्यक्ष का बड़ा बयान
थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी बड़ा बयान दिया। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को प्रभावी ढंग से निशाना बनाकर भारत ने निर्णायक जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सेना को खुली छूट दिए जाने के बाद भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब दिया।
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