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Amit Shah Bihar Visit : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा पुनौरा धाम में माता सीता के भव्य मंदिर का भूमि पूजन

पुनौरा धाम मंदिर के परिसर के समग्र विकास की 890 करोड़ रुपये की लागत से नींव डाली गई है।
10:07 PM Aug 08, 2025 IST | srkauthor
पुनौरा धाम मंदिर के परिसर के समग्र विकास की 890 करोड़ रुपये की लागत से नींव डाली गई है।

- माता जानकी का जहां जन्म हुआ, उस पुनौरा धाम मंदिर के परिसर के समग्र विकास की 890 करोड़ रुपये की लागत से नींव डाली गई है। (Amit Shah Bihar Visit)
- माँ जानकी की जन्मस्थली पर बनने जा रहा यह मंदिर, मिथिलांचल के भाग्योदय की शुरुआत है।
- माता सीता ने आदर्श बेटी, आदर्श पत्नी, आदर्श माँ और आदर्श राजमाता, इन सभी स्वरूपों को चरितार्थ किया है।
- मोदी जी ने वैश्विक मंच पर मिथिला की कला को आगे बढ़ा कर इसका गौरव बढ़ाया है।
- बिहार में आने वाले चुनावों में पूर्ण बहुमत की NDA सरकार बनने जा रही है।
- जो घुसपैठिए बिहार के युवाओं की नौकरियाँ छीन लेते हैं, उन्हें लालू जी और राहुल गांधी मतदाता सूची के  (SIR) का विरोध कर बचाना चाहते हैं।
- पहले भी कई बार SIR हुआ, लेकिन किसी ने विरोध नहीं किया, अब चुनावों में अपनी हार देख और घुसपैठियों को बचाने के लिए लालू की पार्टी और कांग्रेस इसका विरोध कर रही है।
- राहुल गांधी और लालू जी S.I.R. का विरोध इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि घुसपैठिए उनका वोट बैंक हैं।
- घुसपैठियों का वोट लेने वालों को बिहार की जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी, घुसपैठिए को मतदाता सूची से निकालने के लिए SIR बहुत ही जरूरी है।
- तेजस्वी यादव के माता-पिता का बिहार में वर्षों तक शासन रहा, लेकिन मिथिलांचल को गुंडई, अपहरण, फ़िरौति के अलावा कुछ नहीं मिला।
- अमित शाह ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सीतामढ़ी-दिल्ली अमृत भारत ट्रेन का हरी झंडी दिखाकर शुभारम्भ भी किया।

Amit Shah Bihar Visit : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज शुक्रवार को बिहार के सीतामढ़ी में मां जानकी के जन्म स्थल पुनौरा धाम मंदिर परिसर का भूमि पूजन किया। अमित शाह ने कहा कि यह केवल सीतामढ़ी, मिथिलांचल या बिहार नहीं बल्कि पूरे देश और दुनिया के लिए बहुत ही शुभ अवसर है। मां जानकी की जन्मभूमि पर जो भव्य मंदिर बनने जा रहा है, यह केवल एक मंदिर नहीं है बल्कि मिथिलांचल और बिहार (Bihar) के भाग्योदय की शुरुआत है। अमित शाह ने एनडीए के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों का ब्यौरा रखते हुए लालू यादव और तेजस्वी यादव से उनके कार्यकाल में हुए कार्यों का हिसाब मांगा। कार्यक्रम के दौरान मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा, बिहार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, केंद्रीय मंत्री लल्लन सिंह, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय जी, सांसद सतीश दुबे, राजकिशोर, संजयकुमार झा और महंत पुनौरा दाम्मठ उपस्थित रहे।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज न केवल सीतामढ़ी, मिथिलांचल (Mithilanchal) या बिहार, बल्कि पूरे देश और दुनिया के लिए बहुत ही शुभ अवसर है कि मां जानकी के जन्मस्थल पर पुनौरा धाम मंदिर (Punaura Dham Temple) परिसर के समग्र विकास की नींव रखी गई है। आज बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने माता सीता के जन्मस्थल पर पुनौरा धाम मंदिर और उसके पूरे परिसर के सैकड़ों करोडों रुपए के विकास का काम शुरू किया है। यह न केवल मिथिलांचल, बिहार, बल्कि पूरे देश के भक्तों के लिए अत्यंत आनंद की बात है। यहां की संस्कृति केवल मिथिलांचल की संस्कृति नहीं है, बल्कि पूरे भारतवर्ष की भारतीय संस्कृति का एक अनन्य गहना है। इसी भूमि पर आज मैं स्वयं बहुत भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं कि इस पवित्र कार्य में उपस्थित रह पाया।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मिथिलांचल के उत्तर में पर्वतराज हिमालय है, दक्षिण में पाप विमोचनी मां गंगा, पूर्व में महानंदा नदी और पश्चिम में खंड की भूमि है। इन सभी के बीच माता जानकी का जन्म हुआ, और आज का दिन एक प्रकार से अत्यंत शुभ और मंगलमय अवसर है। रामायण काल में, वर्षों पहले जब अकाल पड़ा था, तब राजा जनक ने उस भूमि में सोने का हल चलाया था। उसी हल से मां जानकी प्रकट हुईं और बारिश के लिए हल चलाने का प्रतीकात्मक कार्य किया था। आज मां जानकी के जन्मस्थल के परिसर की भूमि पूजन के समय मां जानकी ने बारिश भेजकर आशीर्वाद दिया। यह बारिश और मां जानकी का यह आशीर्वाद न केवल बिहार के लिए, बल्कि पूरे भारतवर्ष के लिए शुभसंकेत बनने वाला है।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा (Amit Shah Bihar Visit) कि पुनौरा धाम में शक्ति स्वरूपा जगत जननी मां जानकी का यह भव्य मंदिर 68 एकड़ से अधिक क्षेत्र में बनेगा। लगभग ₹890 करोड़ की लागत से यहां मां जानकी का भव्य स्मारक और मंदिर निर्मित किया जाएगा। इस ₹890 करोड़ में से ₹137 करोड़ माता सीता के मौजूदा मंदिर के जीर्णोद्धार पर खर्च होंगे, जबकि ₹728 करोड़ परिक्रमा पथ और अन्य सभी निर्माण कार्यों पर लगाए जाएंगे। इस परियोजना में परिक्रमा पथ, ध्यान केंद्र, वाटिका, धार्मिक जलस्रोतों का पुनर्निर्माण, धर्मशालाएं, भोजनालय और चिकित्सा सुविधाएं शामिल होंगी। साथ ही, डिजिटल स्वरुप में मां सीता के जीवन चरित्र और रामायण की कथाओं को प्रदर्शित करने का एक बड़ा प्रयास होगा, जहां थ्री-डी अनुभव के माध्यम से हमारे युवा प्रभु श्री राम के साथ-साथ माता जानकी के जीवन के सभी महत्वपूर्ण प्रसंग भी बारीकी से देख सकेंगे। इस परियोजना के अंतर्गत रामायण सर्किट के वाल्मीकि नगर का भी ₹52 करोड़ से विकास होगा। इसके अलावा, मधुबनी के फुलहर स्थान का ₹31 करोड़, सीतामढ़ी के पंथ पाकर का ₹24 करोड़, अहिल्या स्थान का ₹23 करोड़, राम रेखा घाट का ₹13 करोड़ और मुंगेर एवं गया के सीताकुंड का ₹7 करोड़ से विकास किया जाएगा। जहां पहली बार श्रीराम और माता सीता की भेंट हुई, वहां से लेकर लव-कुश के जन्मस्थान, माता सीता के अंतिम निवास स्थल और पंथ पाकर तक सभी स्थानों को पुनर्जीवित कर, मां सीता के जीवन और हमारे देश की मातृ शक्ति को समर्पित किया जाएगा।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक परंपरा में माता सीता का स्थान अद्वितीय और पूजनीय है। अपने एक ही जीवन में उन्होंने यह प्रमाणित किया कि एक आदर्श पत्नी, आदर्श पुत्री, आदर्श मां और आदर्श राजमाता कैसी हो सकती हैं। वे इन सभी स्वरूपों की जीती-जागती प्रतिमूर्ति थीं। इसके साथ ही आज सीतामढ़ी से दिल्ली के लिए 'अमृत भारत ट्रेन' की शुरुआत भी हुई है, जिससे रक्सौल, नरकटियागंज, बगहा और सीतामढ़ी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में बिहार के रेल विकास को नई दिशा मिली है। जब लालू यादव (Lalu Prasad yadav) रेल मंत्री थे, तब बिहार के लिए प्रति वर्ष मात्र ₹1132 करोड़ का प्रावधान होता था लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने केवल वर्ष 2025-26 में ही बिहार के लिए ₹10,066 करोड़ की राशि रेल क्षेत्र में व्यय की है।

अमित शाह ने कहा कि यह मिथिला सतपद ब्राह्मण ग्रंथों से लेकर वाल्मीकि रामायण, महाभारत, बौद्ध और जैन साहित्य तक हमारी संस्कृति का एक प्रमुख केंद्र रहा है। धर्मशास्त्र, ज्योतिष, साहित्य, संगीत, व्याकरण, भाषा और तंत्रज्ञान का यह एक महान विद्या धाम रहा है। आज मां जानकी की जन्मभूमि पर जो भव्य मंदिर बनने जा रहा है, यह केवल एक मंदिर नहीं है बल्कि मिथिलांचल और बिहार के भाग्योदय की शुरुआत है। मिथिलांचल की वह गरिमा, वह विद्या का स्थान, जहां राजा जनक, याज्ञवल्क्य और मैत्रेयी जैसे महान विद्वान हुए, जहां की परंपरा को आदि शंकराचार्य और मंडन मिश्र ने ऊंचाई पर पहुंचाया, जहां मुनि अष्टावक्र ने अष्टावक्र गीता का ज्ञान दिया, उस स्थान को पुनः विद्या, ध्यान और संस्कृति का केंद्र बनाने की आवश्यकता है और यह यहीं से शुरू होगी।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने मिथिला का अनेक रूप से सम्मान दिया है। बिहार कोकिला स्वर्गीय शारदा सिन्हा जी को 2018 में पद्मभूषण और 2025 में मरणोपरांत पद्मविभूषण से सम्मानित कर बिहार की कला को सम्मान दिया गया। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मैथिली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया और मोदी जी ने वैश्विक मंचों पर मिथिला की कला को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री जी ने अर्जेंटीना के उपराष्ट्रपति को मधुबनी पेंटिंग की भेंट दी, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को भी मिथिलांचल की कला का नमूना भेंटस्वरूप देकर विदेशों में भी मिथिला को गौरव दिलाया गया। हमारी संस्कृति सदा से ही मातृशक्ति का सम्मान करती रही है। आज भी एक छोटा बच्चा जब प्रभु श्री राम का नाम लेता है तो सीता-राम कहता है, राधे-श्याम कहता है, हम नाम रखते हैं तो गौरी-शंकर रखते हैं। इस देश ने हमेशा मातृशक्ति की उपासना की है और माता सीता का यह मंदिर माता सीता, मैत्रेयी, गार्गी और विदूषी भारती जैसी विभूतियों का सम्मान बनेगा।

अमित शाह ने कहा कि जब आचार्य शंकराचार्य और मण्डन मिश्र के बीच शास्त्रार्थ चल रहा था, तब इसकी अध्यक्षता मण्डन मिश्र की धर्मपत्नी, विदुषी भारती कर रही थीं, जो दोनों पक्षों के शास्त्र की गहराई को समझती थीं। यही विदुषी भारती पूरे विश्व को संदेश दे गई थीं कि भारत में मातृशक्ति हर क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान रखती है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कराया, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनवाया, उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर बनाया। श्री सोमनाथ का मंदिर फिर से स्वर्णिम रूप में खड़ा हो रहा है। अनेक पवित्र स्थानों का उद्धार आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में हुआ है और उनके नेतृत्व में यहां मां सीता का भव्य मंदिर और पूरा परिसर बन रहा है। यह सबके लिए गर्व और आनंद की बात है। देश की सुरक्षा के लिए यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। एक समय था जब कांग्रेस का शासन था, तब देश भर में बम धमाके होते थे, आतंकवादी हमला करके पाकिस्तान भाग जाते थे और कोई जवाबदेही नहीं थी। लेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार आई, उरी में हमला हुआ, हमने सर्जिकल स्ट्राइक किया। पुलवामा में हमला हुआ, हमने एयर स्ट्राइक किया। पहलगाम में हमला हुआ, ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारतीय सेना ने आतंकवादियों को उनके घर में घुसकर साफ किया लेकिन कांग्रेस पार्टी और लालू यादव की कंपनी संसद में ऑपरेशन सिंदूर का विरोध कर रही है। यह मोदी सरकार है, भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की सरकार है, यहां देश की सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है।

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने (Amit Shah Bihar Visit) कहा कि बिहार में चुनाव आने वाला है लेकिन सभी अखबार इस बात से भरे पड़े हैं कि क्या एसआईआर होना चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को मतदाता सूची से निकालना चाहिए या नहीं? अब लालू यादव बताएं कि वे किसको बचाना चाहते हैं? अबतक चुनाव आयोग ने जो पहली सूची जारी की, आरजेडी ने एक भी आपत्ति दर्ज नहीं कराई। कांग्रेस पार्टी ने भी कोई आपत्ति नहीं की, तो फिर आप किसको बचाना चाहते हो? उन घुसपैठियों को जो बांग्लादेश से आकर हमारे बिहार के युवाओं की नौकरियां छीन रहे हैं। एसआईआर मतदाता सूची से घुसपैठियों को निकालना चाहिए या नहीं? बिहार की जनता यह स्पष्ट संदेश लालू एंड कंपनी को जरूर दे। अगर आपको घुसपैठियों के वोट चाहिए तो बिहार की जनता आपको कभी स्वीकार नहीं करेगी। मैं आज राहुल गांधी को भी कहना चाहता हूं कि बंद करिए ये वोट बैंक की राजनीति। मतदाता शुद्धिकरण कोई नई बात नहीं है, इसे उनके पुरखे जवाहरलाल नेहरू ने शुरू किया था और बिहार में यह 2003 में भी हुआ था। तब कोई रो नहीं रहा था। लेकिन अब कांग्रेस चुनाव हारते-हारते पहले से ही बिहार चुनाव हारने की वजहें गिनाने लगी है।

अमित शाह ने कहा कि बीते दिन आरजेडी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि गृह मंत्री अमित शाह बिहार आ रहे हैं, तो जवाब देकर जाएं कि मिथिलांचल के लिए क्या किया? मैं पूरा हिसाब देता हूं। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले छह दौरों में बिहार के विकास के लिए 83,000 करोड़ रुपये दिए हैं। सीतामढ़ी का नेशनल हाईवे-527 पूरी तरह से कंक्रीट का बन रहा है, यह ऐसी सड़क बनाई जा रही है कि दो वर्षों के बाद इस हाईवे पर विमान भी उतर सकेंगे। 2400 करोड़ रुपये से सीतामढ़ी सुरसंड जयनगर निर्मली रेलखंड का निर्माण हो रहा है, 474 करोड़ रुपये से सीतामढ़ी जयनगर नरया रोड का दोहरीकरण किया जा रहा है, 201 करोड़ रुपये से बाहर गांव से सीतामढ़ी सुरसंड सड़क का कार्य चल रहा है, 1600 करोड़ रुपये से नेशनल हाईवे-31 पर 140 किलोमीटर लंबे खगड़िया पूर्णिया खंड का निर्माण हो रहा है, 1740 करोड़ रुपये से कई रेल योजनाएं भी चल रही हैं, जिनमें 1520 करोड़ रुपये से झंझारपुर लोखा रेलखंड, दरभंगा बाइपास रेलवे लाइन 220 करोड़ से और सोननगर बाइपास रेलवे लाइन भी शामिल हैं। कोसी रेल मेगा ब्रिज का उद्घाटन भी आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। दरभंगा रेलवे स्टेशन 1193 करोड़ रुपये से नए रूप में बन रहा है, 1193 करोड़ रुपये से ही जयनगर, दरभंगा, नरकटियागंज और भीघा नाथोरी का गेज परिवर्तन हो रहा है, 624 करोड़ रुपये से समस्तीपुर दरभंगा रेलखंड का दोहरीकरण हो रहा है। बिहार के दस स्टेशन, जिनमें दरभंगा, आनंद विहार(टी), टीघा, मतीनगर शामिल हैं, इनकी अमृत एक्सप्रेस योजना में भागीदारी है। सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन को अमृत स्टेशन बनाया जा रहा है। सीतामढ़ी से शिवहर तक नई लाइन 567 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही है। 71 करोड़ रुपये से मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी रेलखंड बनाया जा रहा है। 1465 करोड़ रुपये से मुजफ्फरपुर सुगौली रेलखंड का दोहरीकरण हो रहा है। मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर एक नया टर्मिनल बन रहा है।

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री (Amit Shah Bihar Visit) ने कहा कि मधुबनी और सहरसा रेलवे स्टेशन भी बन रहे हैं, 2113 करोड़ रुपये से सीकरी, लौकहा बाजार, निर्मली एवं सहरसा फारबिसगंज का गेज परिवर्तन हो रहा है। दरभंगा एयरपोर्ट के लिए नई सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास किया गया है। 522 करोड़ रुपये मत्स्य संपदा के लिए आवंटित किए गए हैं और माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मखाना बोर्ड बनाकर मखाना किसानों का भी कल्याण किया है। रीगा की चीनी मिल, जो सीतामढ़ी में है, उसे पुनः चालू कर दिया गया है। पश्चिमी कोसी नहर को भारत सरकार से वित्तीय सहायता की स्वीकृति मिल चुकी है जिससे मिथिलांचल क्षेत्र की 50,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी। सीतामढ़ी शहर की जीवन रेखा लाखनदेई नदी को पुनर्जीवित किया जा रहा है। 6300 करोड़ रुपये से कोसी मेची लिंक परियोजना शुरू कर दी गई है और 11,000 करोड़ रुपये से मिथिला कोसी क्षेत्र में बाढ़ के समाधान हेतु योजना बनाई गई है। केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, डिग्री कॉलेज, शिवहर में बनाए गए हैं और आठ नए मेडिकल कॉलेज भी बनाए गए हैं, जिनमें दूसरे चरण में सीतामढ़ी, झंझारपुर, सिवान और बक्सर भी शामिल हैं। आज मां जानकी के मंदिर का शिलान्यास भी कर दिया गया, जो सबसे बड़ा कार्य है।

अमित शाह ने तेजस्वी यादव से प्रश्न करते हुए कहा कि आप, आपके पिताजी और माताजी का कई वर्षों तक शासन रहा है, तो गुंडागर्दी करने के अलावा, गैंग चलाने के अलावा, अपहरण और फिरौती के अलावा मिथिलांचल के विकास के लिए क्या किया? जो लोग भाजपा सरकार के कार्यकाल का हिसाब मांग रहे थे, उन्हें आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से आए हर एक पैसे का हिसाब दे दिया गया है और पूरे मिथिलांचल के विकास का खाका जनता के सामने रख दिया गया है। यदि लालू प्रसाद यादव ने कुछ किया हो तो इसी मैदान में आकर बता जाएं और मां जानकी के दर्शन भी कर के जाएं तो उनका उद्धार हो जाएगा। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की मतदाता सूची से घुसपैठियों को बाहर निकालना चाहिए। जो भारत में जन्मे नहीं हैं, उन्हें भारत में वोट देने का अधिकार हमारा संविधान नहीं देता है। राहुल गांधी संविधान लेकर घूम रहे हैं, तो तनिक उसे खोलकर पढ़ भी लें। घुसपैठियों को इस देश की चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेना है लेकिन राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इसीलिए एनआरसी और सीएए का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि घुसपैठिए ही इनके वोटबैंक हैं। लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी बिहार का पूरा दौरा कर रहे हैं, आने वाले दिनों में यहां पूर्ण बहुमत के साथ एनडीए की सरकार बनने वाली है।

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