'ऑपरेशन महादेव' के बाद 'ऑपरेशन शिवशक्ति', दो आतंकी ढेर, गुजरात ATS ने आतंकी समूह से जुड़ी महिला को किया गिरफ्तार
- 'ऑपरेशन महादेव' के बाद भारतीय सेना ने अब शुरू किया 'ऑपरेशन शिवशक्ति'
- नियंत्रण रेखा के पास एक बड़े एनकाउंटर में दो आतंकियों को ढेर किया।
- कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में सेना और आतंकियों के बीच हुई भीषण गोलीबारी
- आतंकियों का मकसद अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाना, घाटी में अशांति फैलाना था।
- गुजरात एटीएस को अल-कायदा आतंकी मामले में बड़ी सफलता मिली है।
- आतंकी समूह से जुड़ी एक प्रमुख महिला को गिरफ्तार किया गया है।
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आतंकवाद के खिलाफ चल रही सुरक्षाबलों की मुहिम लगातार तेज होती जा रही है। हाल ही में सफल हुए 'ऑपरेशन महादेव' (Operation Mahadev) के बाद अब सुरक्षाबलों ने 'ऑपरेशन शिवशक्ति' (Operation Shivshakti) की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत नियंत्रण रेखा के पास एक बड़े एनकाउंटर में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया है।
यह मुठभेड़ उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले (Kupwara) के केरन सेक्टर में हुई जहां सेना और आतंकियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई। खुफिया एजेंसियों से मिली सटीक जानकारी के आधार पर सेना की गोरखा राइफल्स (Gorkha Rifles) और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। सुरक्षाबल घने जंगल क्षेत्र में पहुंचे वहां छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकी मारे गए। मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और पाकिस्तानी निर्मित सामग्री बरामद की गई है, जिससे उनके पाकिस्तानी कनेक्शन की पुष्टि होती है।
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भारतीय संस्कृति और आस्था से प्रेरित है ऑपरेशन शिवशक्ति!
ऑपरेशन शिवशक्ति (Operation Shivshakti) का नाम c होकर रखा गया है। महादेव के बाद शक्ति को जोड़कर यह संकेत दिया गया है कि आतंकवाद के खिलाफ यह निर्णायक लड़ाई अब आर-पार की होगी। नाम के जरिए सुरक्षा बलों की दृढ़ इच्छाशक्ति और आक्रामक रणनीति का संकेत भी मिलता है। बीते कुछ हफ्तों में नियंत्रण रेखा के पास आतंकियों द्वारा घुसपैठ की कोशिशें तेज हुई हैं। पाकिस्तान (Pakistan) की ओर से उन्हें कवर फायर देकर भारतीय सीमा में दाखिल कराने की कोशिश की जा रही है। भारतीय सेना की सतर्कता और तकनीकी निगरानी के चलते इन प्रयासों को विफल किया जा रहा है।
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आतंकी किसी बड़े हमले की बना रहे थे योजना!
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि आतंकियों का मकसद अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) को निशाना बनाना और घाटी में अशांति फैलाना था। लेकिन, ऑपरेशन शिवशक्ति ने उनके इरादों पर पानी फेर दिया। एनकाउंटर के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी और मिलिट्री इंटेलिजेंस द्वारा भी घटनास्थल की जांच की जा रही है। पकड़े गए हथियारों और दस्तावेजों से यह संकेत मिला है कि आतंकी किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे। NIA यह भी पता लगाने में जुटी है कि इन आतंकियों को स्थानीय मदद मिली थी या नहीं। इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों में सेना के प्रति विश्वास और बढ़ा है। घाटी में चल रहे इन ऑपरेशनों को लेकर आम जनता का समर्थन भी बढ़ा है। लोगों का कहना है कि जब तक आतंक का सफाया नहीं हो जाता, सेना को खुली छूट मिलनी चाहिए। ऑपरेशन महादेव (Operation Mahadev) की सफलता के बाद ऑपरेशन शिवशक्ति ने साफ कर दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख से पीछे हटने वाला नहीं है। आने वाले दिनों में ऐसे और भी ऑपरेशन देखने को मिल सकते हैं क्योंकि सेना ने आतंक के समूल नाश का संकल्प लिया है।
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गुजरात एटीएस की बड़ी कार्यवाही, आतंकी समूह से जुड़ी मुख्य सूत्रधार महिला गिरफ्तार
दूसरी तरफ आज गुजरात एटीएस (Gujarat ATS) को अल-कायदा आतंकी मामले में बड़ी सफलता मिली है। आतंकी समूह से जुड़ी एक मुख्य सूत्रधार महिला को गिरफ्तार किया गया है। शमा परवीन नाम की एक महिला को गुजरात एटीएस की टीम ने बैंगलोर से गिरफ्तार किया गया है। बता दे की इससे पहले, एटीएस ने अल-कायदा के 3 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। आतंकवादी विचारधारा फैलाने के आरोप में 3 युवकों को गिरफ्तार किया गया था। जांच के दौरान समा को अल-कायदा समूह का मास्टरमाइंड बताया गया था। वह आतंकवादी संगठनों के मुख्य संचालकों के संपर्क में थी। महिला आतंकवादी के मोबाइल में 3 ग्रुप मिले हैं। समा कट्टरपंथी विचारधारा फैलाने का काम कर रही थी। सोशल मीडिया ग्रुप्स में जुड़ने का फैसला समा लेती थी।
इससे पहले हमने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था : D.I.G सुनील जोशी
आतंकवाद के मुद्दे पर गुजरात एटीएस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की , जिसमें D.I.G सुनील जोशी (DIG Sunil Joshi) ने बताया कि, इससे पहले हमने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में, हमने उनसे 14 दिन की रिमांड पर पूछताछ की। हमने स्ट्रेंजर नेशन 2 नाम के एक अकाउंट की जाँच की। अन्य फेसबुक पेज मिले, बहुत मशहूर इंस्टा अकाउंट भी मिला। इसके बाद हमने एक तकनीकी टीम गठित की ऑर यह अकाउंट किसका है, इसकी जाँच की गई। जिसमें समा परवीन का नाम सामने आया, जो बेंगलुरु की रहने वाली है। महिला को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। समा परवीन मूल रूप से झारखंड की बीसीओएम में पढ़ाई करने की जानकारी मिली है।
मौलानाओं के भड़काऊ भाषण पोस्ट करती थी समा परवीन
D.I.G सुनील जोशी ने बताया कि, शुरुआती जाँच में पता चला कि वह खुद इस अकाउंट को संभाल रही थी। वह मौलानाओं के भड़काऊ भाषण पोस्ट करती थी। अब हम उसे ट्रांसफर वारंट के आधार पर यहाँ लाए हैं। पूछताछ के दौरान कई पाकिस्तानी संपर्क नंबर मिले हैं। अन्य देशों से भी बातचीत हुई है। महिला और कितने लोगों के संपर्क में है ? उसके इरादे क्या थे? हम सभी मुद्दों पर पूछताछ करेंगे। हम उसे अदालत में भी पेश करेंगे और रिमांड की माँग करेंगे और आगे की जाँच करेंगे। कार्यवाही के दौरान एक लैपटॉप भी ज़ब्त किया गया है। हमें अलग-अलग चैट भी मिली हैं जिनकी जाँच की जा रही है। इस महिला की खास बात यह थी कि वह घर पर अपने कमरे में अकेली रहती थी। घर पर उसके माता-पिता और भाई हैं।
गृह राज्य मंत्री हर्षभाई सांघवी ने एटीएस टीम को बधाई दी
गुजरात एटीएस की इस कार्रवाई के लिए गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्षभाई सांघवी (Harsh Sanghvi) ने एटीएस टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि, गुजरात ATS ने आतंकवाद से जुड़े 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अब बेंगलुरु से एक और महिला को गिरफ्तार किया गया है। महिला कई पाकिस्तानियों के संपर्क में थी। आतंकवादी एक ऑनलाइन आतंकी मॉड्यूल पर काम कर रहे थे।
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