"मैं जा रहा हूँ अब और नहीं संभाल पाऊंगा..."जीत से पल भर पहले डिविलियर्स को इशारा करते हुए क्या बोल गए कोहली?
IPL 2025 के फाइनल की वह आखिरी गेंदें सिर्फ क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि विराट कोहली के 16 साल के सपनों का साकार होना थीं। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में जब RCB के जीतने में सिर्फ चार गेंदें शेष थीं, तब बाउंड्री लाइन पर खड़े कोहली ने अपने पुराने साथी एबी डी विलियर्स की तरफ देखा और होंठों से फिसला वह वाक्य जिसने पूरे स्टेडियम को भावुक कर दिया कि "मैं यहाँ से जा रहा हूँ...अब और नहीं झेल पाऊंगा।" यह वह पल था जब 36 साल के इस योद्धा ने अपने आंसुओं से लड़ते हुए स्वीकार किया कि वह इस जीत के भावनात्मक विस्फोट को और नहीं संभाल सकते।
जीत से भावुक हुए कोहली ने इंटरव्यू में क्या कहा?
स्टार स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में कोहली ने उस ऐतिहासिक पल को याद करते हुए कहा कि जब हेजलवुड की दूसरी गेंद पर छक्का नहीं लगा, तब मैं समझ गया कि अब हम जीत चुके हैं। उसके बाद की तीन गेंदें मेरे लिए धुंधली हो गईं। मैं बस अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश कर रहा था।
🗣🗣 My heart is for Bangalore, my soul is for Bangalore...this is the team I will play for until the last day that I play the IPL.
🎥 Virat Kohli, straight from the heart as a #TATAIPL champion ❤#RCBvPBKS | #Final | #TheLastMile | @imVkohli | @RCBTweets pic.twitter.com/4UI4yNKLuB
— IndianPremierLeague (@IPL) June 3, 2025
यह स्वीकारोक्ति उस खिलाड़ी की तरफ से थी जिसे दुनिया 'चेस मास्टर' और 'किंग कोहली' के नाम से जानती है, लेकिन आज वही योद्धा अपनी भावनाओं के सामने नतमस्तक हो गया था। कोहली ने आगे कहा कि "एबी और गेल को छोड़कर शायद ही कोई समझ सकता है कि यह ट्रॉफी हमारे लिए क्या मायने रखती है।"
कोहली ने किसको शेयर किया ट्रॉफी का क्रेडिट?
जीत के बाद मंच पर जब कोहली ने एबी डी विलियर्स और क्रिस गेल के साथ ट्रॉफी साझा की, तो उन्होंने जानबूझकर इस पल को अपने पुराने साथियों के साथ शेयर किया। उन्होंने कहा कि "ये दोनों इस ट्रॉफी के उतने ही हकदार हैं जितना मैं।
हमने 2016 में एक साथ फाइनल हारा था, कई बार सेमीफाइनल में रहे। आज जब ये दोनों बेंगलुरु आते हैं तो फैंस का प्यार देखिए - स्टेडियम क्रेजी हो जाता है।" कोहली के इन शब्दों ने साबित कर दिया कि RCB की यह जीत सिर्फ एक टीम की जीत नहीं, बल्कि एक पूरी पीढ़ी के संघर्ष का परिणाम थी।
IPL 2O25 का फाइनल RCB के लिए कैसे बना ऐतिहासिक?
मैच के आँकड़े बताते हैं कि RCB ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 190 रन बनाए, जबकि PBKS 184 रन पर सिमट गई। लेकिन यह मैच सिर्फ आँकड़ों की बात नहीं थी। यह उस टीम की कहानी थी जिसने 2009 से 2024 तक 16 साल तक इंतजार किया। जिस टीम ने तीन बार फाइनल हारे, जिसके खिलाड़ियों पर "चोकर्स" का टैग लगा। आज वही टीम और उसका कप्तान विराट कोहली इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों से अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं। और शायद इसीलिए जब आखिरी गेंद फेंकी जा रही थी, तो कोहली ने डिविलियर्स से कहा था कि"मैं जा रहा हूँ...अब और नहीं संभाल पाऊंगा।" क्योंकि कभी-कभी जीत का दर्द हार से भी ज्यादा गहरा होता है।
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