नेशनलराजनीतिमनोरंजनखेलहेल्थ & लाइफ स्टाइलधर्म भक्तिटेक्नोलॉजीइंटरनेशनलबिजनेसआईपीएल 2025चुनाव

"मेरे प्यारे मम्मी-पापा..."पार्टी से बाहर होने पर पहली बार बोले तेज प्रताप, किसे कहा 'जयचंद' और क्यों छलका दर्द?

तेज प्रताप यादव की भावुक पोस्ट से उठे सवाल—क्या यह तेजस्वी यादव के खिलाफ बगावत है या लालू यादव के फैसले को बदलने की एक रणनीति?
10:28 AM Jun 01, 2025 IST | Rohit Agrawal
तेज प्रताप यादव की भावुक पोस्ट से उठे सवाल—क्या यह तेजस्वी यादव के खिलाफ बगावत है या लालू यादव के फैसले को बदलने की एक रणनीति?

Tej Pratap Yadav News: तेज प्रताप यादव का यह बयान किसी राजनीतिक भाषण से कम नहीं, बल्कि एक ऐसे घायल बेटे की आवाज है जिसे उसके ही परिवार ने निकाल दिया। "मेरे प्यारे मम्मी-पापा..." से शुरू हुए इस इमोशनल पोस्ट में जहां एक तरफ उन्होंने माता-पिता के प्रति अपना अटूट प्यार जताया, वहीं दूसरी ओर पार्टी के भीतर मौजूद "जयचंदों" पर निशाना साधकर एक नया राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया। क्या यह सिर्फ एक भावुक अपील है या फिर लालू यादव के खिलाफ छिपा हुआ युद्धघोष? जब एक बेटा कहता है कि "पापा नहीं होते तो न यह पार्टी होती, न ही मेरे साथ राजनीति करने वाले जयचंद", तो क्या वह सीधे तेजस्वी यादव और आरजेडी के नेतृत्व पर सवाल उठा रहा है?

पार्टी से निष्कासन को लेकर किसे 'जयचंद' बोल रहे तेजप्रताप?

लालू प्रसाद यादव के उस फैसले ने बिहार की राजनीति को हिलाकर रख दिया, जब उन्होंने अपने ही बेटे तेज प्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से निकाल बाहर किया। आरोप थे कि "गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार" और "नैतिक मूल्यों की अवहेलना"। लेकिन तेज प्रताप के लिए यह फैसला किसी झटके से कम नहीं था।

 

अब जब उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी है, तो उनके शब्दों में साफ झलकता है कि वह खुद को पार्टी के भीतर हुए "षड्यंत्र" का शिकार मानते हैं। उनका जिक्र "जयचंद जैसे लालची लोगों" का है, जो शायद उनके और लालू यादव के बीच में आ गए। सवाल यह है कि क्या ये "जयचंद" आरजेडी के वरिष्ठ नेता हैं या फिर परिवार के भीतर के लोग? क्या तेज प्रताप का इशारा अपने ही छोटे भाई तेजस्वी यादव की तरफ है, जो अब पार्टी का मुख्य चेहरा बन चुके हैं।

अपने बेटे पर क्यों भड़के थे लालू यादव?

इस पूरे विवाद की शुरुआत हुई थी 24 मई को, जब तेज प्रताप के फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट सामने आई, जिसमें उन्होंने खुद को एक युवती के साथ 12 साल के रिश्ते में बताया। हालांकि, कुछ घंटों बाद ही यह पोस्ट डिलीट कर दी गई और दावा किया गया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था। लेकिन तब तक बिहार की राजनीति में आग लग चुकी थी।

तेज प्रताप पहले से ही एक तलाक मामले में फंसे हुए हैं, और यह नया विवाद उनकी छवि के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ। लालू यादव ने सीधे तौर पर इस रिश्ते का जिक्र नहीं किया, लेकिन उन्होंने तेज प्रताप के "अनैतिक व्यवहार" को पार्टी और परिवार के मूल्यों के खिलाफ बताते हुए उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। क्या यह सच में नैतिकता का सवाल था या फिर तेजस्वी यादव के नेतृत्व को मजबूत करने की एक सोची-समझी रणनीति?

तेजस्वी vs तेज प्रताप: क्या यह यादव परिवार का अंतिम विभाजन है?

बिहार की राजनीति में यादव परिवार हमेशा से एकजुट होकर चलता आया है, लेकिन पिछले कुछ सालों में तेज प्रताप और तेजस्वी के बीच की दूरियां साफ नजर आने लगी थीं। जहां तेजस्वी यादव ने खुद को एक गंभीर और जमीनी नेता के तौर पर स्थापित किया, वहीं तेज प्रताप अपने विवादित बयानों और रहन-सहन की वजह से सुर्खियों में रहे।

अब जब 2025 के विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, तो लालू यादव ने साफ कर दिया है कि पार्टी की कमान तेजस्वी के हाथों में ही रहेगी। क्या तेज प्रताप का निष्कासन इसी दिशा में उठाया गया कदम था? और क्या अब तेज प्रताप अपनी अलग राह बनाएंगे? कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि वह नई पार्टी बनाकर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं, जो बिहार की सियासत को एक नया मोड़ दे सकता है।

क्या तेज प्रताप की भावुक अपील से बदलेगी लालू यादव की सोच?

तेज प्रताप यादव ने अपने पोस्ट में जिस तरह से मम्मी-पापा का दर्द बयां किया है, वह किसी को भी भावुक कर सकता है। लेकिन क्या यह भावनात्मक अपील लालू यादव के कड़े फैसले को बदल पाएगी? या फिर यह सिर्फ एक राजनीतिक ड्रामा है, जिसका अंतिम लक्ष्य सहानुभूति बटोरना है? अगर तेज प्रताप वाकई में पार्टी छोड़कर अपना अलग रास्ता बनाते हैं, तो यह न सिर्फ यादव परिवार के लिए, बल्कि बिहार की राजनीति के लिए भी एक बड़ा बदलाव होगा। फिलहाल, तेज प्रताप की यह पोस्ट एक संदेश जरूर देती है कि वह अभी हार मानने वाले नहीं हैं। और जब वह कहते हैं कि "मुझे सिर्फ आपका प्यार चाहिए", तो क्या यह एक बेटे की मासूमियत है या फिर एक नेता की चालाकी? जवाब वक्त ही देगा।

यह भी पढ़ें:

व्हाइट हाउस से निकलने पर अलग दिखे मस्क, पिक्चर में दिखाई दीं काली आंख, बेटे ने मारा मुक्का या कुछ और है सच?

'राफेल नाकाफी, पाक ने गिराए 5 भारतीय जहाज...मोदी पर निशाना साधते हुए ये क्या बोल गए सुब्रमण्यम स्वामी?

Tags :
Bihar PoliticsEmotional PostLalu Yadavpolitical expulsionRJD PoliticsTej Pratap YadavTejashwi YadavYadav Family Rift

ट्रेंडिंग खबरें

Next Article