'राफेल नाकाफी, पाक ने गिराए 5 भारतीय जहाज...मोदी पर निशाना साधते हुए ये क्या बोल गए सुब्रमण्यम स्वामी?
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर विवादों को जन्म देते हुए ऐसा दावा किया है जिसने सियासी और सैन्य हलकों में तूफान ला दिया है। स्वामी ने पाकिस्तान के साथ हुए हवाई संघर्ष को लेकर चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि "पाकिस्तान ने भारत के 5 लड़ाकू विमान मार गिराए" और साथ ही यह भी कि "फ्रांस से खरीदे गए राफेल विमान उतने सक्षम नहीं हैं।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि "मोदी के रहते राफेल डील में हुए भ्रष्टाचार की जांच नहीं हो पाएगी।" क्या यह सच है कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के सामने कमजोर पड़ गई? और क्या राफेल डील में वाकई कोई घोटाला हुआ था जिसे दबाया जा रहा है?
पाकिस्तानी स्वर अलापते हुए क्या बोले स्वामी?
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हवाई संघर्ष को लेकर अब तक सरकार और सेना का रुख स्पष्ट था कि भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ। लेकिन स्वामी ने एक पॉडकास्ट में दावा किया कि "पाकिस्तान ने भारत के 5 जेट विमान मार गिराए।
Big : BJP leader Subramaniam Swamy said that India lost 5 Aircraft in the Indo Pak clash.
No one from BJP has come out to refute this statement, no one has filed any case against Swami and no one is calling him Anti National.
Imagine if an opposition leader said this. pic.twitter.com/d9zvEkkOMe
— Roshan Rai (@RoshanKrRaii) May 30, 2025
उन्होंने यह भी कहा कि ये हमला पाकिस्तानी वायुसेना ने चीनी विमानों की मदद से किया, जो तकनीकी रूप से राफेल से बेहतर हैं। यह बयान उस समय आया है जब पहले भी पाकिस्तान ने भारतीय विमान गिराने का दावा किया था, लेकिन भारतीय वायुसेना ने इसे खारिज कर दिया था। अब सवाल यह है कि क्या स्वामी के पास कोई ठोस सबूत है या फिर यह सिर्फ एक राजनीतिक प्रहार है?
राफेल डील को लेकर किया बड़ा दावा, लगाए आरोप
स्वामी ने राफेल डील को लेकर भी बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि "राफेल विमान भारत की सुरक्षा जरूरतों के लिए पर्याप्त नहीं हैं और इनकी खरीद में भ्रष्टाचार हुआ है।" उन्होंने यहां तक दावा किया कि "जब तक मोदी सत्ता में हैं, इस डील की जांच नहीं हो पाएगी।" यह बयान उस समय आया है जब राफेल डील को लेकर विपक्ष लंबे समय से सवाल उठाता रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस डील को "चोरी का सौदा" बताया था। लेकिन सरकार और वायुसेना ने हमेशा राफेल की क्षमता और पारदर्शिता का बचाव किया है। क्या स्वामी का यह बयान सरकार के लिए नई मुसीबत खड़ी कर देगा?
क्या चीनी विमानों से मुकाबला करने में फेल रहे राफेल?
स्वामी ने जिस बात ने सबसे ज्यादा हलचल मचाई है, वह यह कि "चीन द्वारा पाकिस्तान को दिए गए विमान राफेल से ज्यादा शक्तिशाली हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इन्हीं विमानों का इस्तेमाल कर भारतीय जेट्स को निशाना बनाया।
हालांकि, रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि राफेल दुनिया के सबसे एडवांस्ड लड़ाकू विमानों में से एक हैं और भारत ने इन्हें खासतौर पर चीन-पाकिस्तान की डबल थ्रेट को ध्यान में रखकर खरीदा था। फिर स्वामी का यह दावा कितना सही है? क्या भारत को अपनी वायुसेना की क्षमता पर फिर से विचार करने की जरूरत है?
सरकार और वायुसेना के ऊपर भी उठाए सवाल?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि स्वामी के इन गंभीर आरोपों पर सरकार या वायुसेना की तरफ से कोई आधिकारिक बयान क्यों नहीं आया? क्या यह सच है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान से हवाई युद्ध में नुकसान झेला? और अगर ऐसा है तो फिर जनता से इसे छुपाने की क्या वजह हो सकती है? स्वामी का यह बयान न सिर्फ सरकार के लिए बल्कि भारतीय वायुसेना की विश्वसनीयता के लिए भी एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।
क्या स्वामी का बयान ले आएगा राजनैतिक तूफ़ान?
सुब्रमण्यम स्वामी का यह बयान निश्चित रूप से एक बड़ा विवाद पैदा करने वाला है। अगर उनके दावे सही हैं, तो यह देश की सुरक्षा व्यवस्था पर एक गंभीर सवालिया निशान है। लेकिन अगर यह सिर्फ एक राजनीतिक प्रोपेगैंडा है, तो फिर यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या बीजेपी के भीतर ही मोदी सरकार के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है? अब देखना यह है कि सरकार इस मामले में क्या जवाब देती है और क्या स्वामी के इन आरोपों की कोई जांच हो पाएगी? एक बात तो तय है कि यह मामला अब सिर्फ राफेल डील तक सीमित नहीं रहा, बल्कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा एक बड़ा मुद्दा बन चुका है।
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