कमल हासन को मिलेगा राज्यसभा का टिकट: DMK ने निभाया वादा, MNM को दी एक सीट
तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़ा मोड़ आया है—अभिनेता से नेता बने कमल हासन अब जल्द ही राज्यसभा में नजर आ सकते हैं। डीएमके (DMK) ने अपने सहयोगी दल मक्कल नीधि मय्यम (MNM) को राज्यसभा की एक सीट देने का ऐलान कर दिया है, और इसी सीट पर कमल हासन को उम्मीदवार बनाया गया है। यह कदम न केवल राजनीतिक सहयोग का प्रतीक है, बल्कि तमिलनाडु की बदलती राजनीतिक धारा की ओर भी इशारा करता है।
राजनीतिक सौदे का असर: कमल हासन को क्यों मिली राज्यसभा सीट?
2018 में जब कमल हासन ने मदुरै से अपनी पार्टी मक्कल नीधि मय्यम की शुरुआत की थी, तब से वे राजनीति में सक्रिय हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में MNM ने खुद चुनाव नहीं लड़ा, बल्कि DMK और उसके INDIA गठबंधन के लिए प्रचार किया। इसी समर्थन के बदले DMK ने एक राज्यसभा सीट देने का वादा किया था—जो अब निभा दिया गया है।
DMK के राज्यसभा उम्मीदवार: कौन-कौन पहुंचेगा उच्च सदन
DMK ने अपने तीन अन्य उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी है:
- पी. विल्सन – सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और वर्तमान राज्यसभा सांसद।
- एस.आर. शिवलिंगम – पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता।
- रुकैया मलिक उर्फ कविग्नर सलमा – प्रसिद्ध कवयित्री और लेखक, जिनकी रचनाएं सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित होती हैं।
इन नामों से साफ है कि DMK ने विधि, प्रशासन और साहित्य के क्षेत्र में संतुलन बनाते हुए उम्मीदवारों का चयन किया है।
वोटों का गणित: सीट कैसे जीतेगी DMK?
राज्यसभा सीट जीतने के लिए 234 सदस्यीय विधानसभा में एक उम्मीदवार को कम से कम 34 वोटों की जरूरत होती है। DMK के नेतृत्व वाले INDIA गठबंधन के पास 158 विधायक हैं—जिसमें DMK के 133, कांग्रेस के 17, VCK के 4, CPI और CPM के 2-2 विधायक शामिल हैं। यानी DMK गठबंधन के पास 4 सीटें जीतने के लिए पर्याप्त संख्या है।
कमल हासन का विवादित बयान और राजनीतिक तूफान
राज्यसभा की उम्मीदवारी की खबर के बीच कमल हासन एक विवाद में भी घिर गए हैं। उन्होंने हाल ही में एक बयान में कहा था कि "कन्नड़ भाषा की जड़ें तमिल में हैं।" इस पर कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कमल हासन से बिना शर्त माफी मांगने की बात कही और उन पर "कन्नड़ समुदाय का अपमान" करने का आरोप लगाया।
क्यों है यह फैसला महत्वपूर्ण?
कमल हासन का राज्यसभा में जाना सिर्फ एक राजनीतिक पद नहीं है—यह उनके लिए एक नई शुरुआत है। जहां एक ओर DMK ने गठबंधन धर्म निभाया है, वहीं MNM को भी राष्ट्रीय मंच पर प्रतिनिधित्व मिलेगा। तमिलनाडु की राजनीति में यह गठबंधन और इसकी मजबूती, आने वाले वर्षों में कई बड़े बदलावों का संकेत हो सकती है।
तमिल राजनीति में बनेंगे नए समीकरण
कमल हासन का राज्यसभा में नामांकन केवल एक सीट का मामला नहीं है—यह सहयोग, वादों की पूर्ति और राजनीतिक विश्वास का प्रतीक है। DMK और MNM का यह तालमेल तमिल राजनीति में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। साथ ही, कमल हासन के अनुभव और विचारों को अब राष्ट्रीय मंच पर सुना जाएगा।
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