उडुपी के ऐतिहासिक श्री कृष्ण मठ पहुंचे पीएम मोदी, "लक्ष गीता पाठन" में लिया भाग
Sri Krishna Matha Udupi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार कर्नाटक के दौरे पर हैं। यहां पीएम मोदी ने उडुपी के ऐतिहासिक श्री कृष्ण मठ पहुंचकर "लक्ष गीता पाठन" में भाग लिया। इसके साथ पीएम मोदी ने ऐतिहासिक कनक मंडप का दौरा किया और 14वीं-15वीं शताब्दी के संत-दार्शनिक एवं कीर्तनकर कनकदास को पुष्पांजलि अर्पित की। कर्नाटक का उडुपी शहर में स्थित है प्रसिद्ध श्री कृष्ण मठ.. इसका करीब 800 वर्षों का इतिहास रहा हैं।
राम जन्मभूमि आंदोलन में उडुपी के रोल से पूरा देश वाकिफ है: पीएम मोदी
श्री कृष्ण मठ में दर्शन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि उडुपी ने 5 दशक पहले नया शासन मॉडल पेश किया था। राम जन्मभूमि आंदोलन में उडुपी के रोल से पूरा देश वाकिफ है। श्री विश्वेश तीर्थ स्वामीजी के मार्गदर्शन की वजह से ही अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर ध्वज फहरा। राम मंदिर में एक विशेष द्वार है जो उडुपी के श्री माधवाचार्य को समर्पित है। बता दें पीएम मोदी का उडुपी का तीसरा दौरा है। वह दूसरी बार श्री कृष्ण मठ दर्शन के लिए आए।
पीएम मोदी के आगमन को लेकर लोगों में काफी उत्साह
इस कार्यक्रम के प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन, राज्य पुलिस और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने अपने आपसी समन्वय को बढ़ा दिया है। कर्नाटक और आस-पास के राज्यों से हजारों भक्तों के यहां पहुंचने की उम्मीद है। उडुपी जिले के अधिकारियों ने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों के समागम के प्रबंधन के लिए मंदिर परिसर और आसपास की सड़कों तथा सार्वजनिक सभा स्थलों को तैयार किया जा रहा है।
उडुपी कनकना किंदी की कहानी
उडुपी कनकना किंदी की कहानी 16वीं सदी के कवि-संत कनकदास से जुड़ी है, जिन्हें श्री कृष्ण मंदिर में एंट्री नहीं दी गई थी। बाहर से प्रार्थना करते हुए उनकी गहरी भक्ति ने मंदिर की भगवान कृष्ण की मूर्ति को हिला दिया, जो चमत्कारिक रूप से घूमकर उनकी ओर मुड़ गई। दीवार में एक दरार आ गई, जिससे कनकदास भगवान को देख पाए। इस जगह को बाद में एक छोटी खिड़की बना दिया गया, जिसका नाम कनकना किंदी रखा गया।
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