ऑपरेशन सिंदूर पर RSS प्रमुख का बड़ा बयान, कहा– ‘यह सिर्फ बदला नहीं, न्याय है’
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। पहलगाम में निर्दोष तीर्थयात्रियों पर किए गए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। लेकिन भारत ने न केवल इसका जवाब दिया, बल्कि ऐसा करारा जवाब दिया कि पाकिस्तान अब बौखलाहट में जवाबी गोलाबारी पर उतर आया है। भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकियों के अड्डों को नेस्तनाबूद कर दिया और दर्जनों आतंकियों को ढेर कर दिया। इस कार्रवाई को लेकर अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत का बयान सामने आया है। उन्होंने इस ऑपरेशन को "देश की अस्मिता का प्रतीक" बताया और साथ ही देशवासियों से भी एकजुट होकर देशहित में सहयोग की अपील की।
“ऑपरेशन सिंदूर ने देश के स्वाभिमान को पुनर्जीवित किया” – मोहन भागवत
मोहन भागवत ने अपने बयान में कहा कि पहलगाम की कायरतापूर्ण आतंकवादी घटना के बाद जो निर्णायक कार्रवाई भारतीय सेना ने की है, वह केवल जवाबी हमला नहीं, बल्कि न्याय का प्रतीक है। उन्होंने भारत सरकार और सेना की साहसिक पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह ऑपरेशन देश के सम्मान और आत्मविश्वास को नई ऊर्जा देने वाला है। उनके मुताबिक, इस हमले में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं और उनके परिवारों को न्याय दिलाना ही नहीं, बल्कि समूचे देश को यह दिखाना भी जरूरी था कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।
पाकिस्तान में आतंकी तंत्र पर सर्जिकल एक्शन जरूरी था
भागवत ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की यह सैन्य कार्रवाई केवल आतंकी कैंपों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पाकिस्तान में फैले पूरे आतंकी नेटवर्क पर हमला है। उन्होंने इसे "राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अनिवार्य और निर्णायक कदम" बताया। आरएसएस प्रमुख ने पाकिस्तान द्वारा भारत की सीमाओं पर नागरिक इलाकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने की निंदा करते हुए कहा कि ऐसे हमलों के शिकार लोगों के परिवारों के प्रति उनकी संवेदनाएं हैं।
RSS ने की अपील– “देशवासी सावधान रहें, एकजुट रहें”
इस चुनौतीपूर्ण समय में मोहन भागवत ने सभी देशवासियों से एक विशेष अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन द्वारा दी जा रही हर सूचना का पालन करें, अफवाहों से दूर रहें और राष्ट्रविरोधी ताकतों की कोशिशों को नाकाम करें। उन्होंने कहा कि भारत के हर नागरिक को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी शक्ति सामाजिक एकता और समरसता को तोड़ न पाए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि जो भी मदद सेना या प्रशासन को ज़रूरी हो, उसमें हर संभव सहयोग करें।
भागवत का बयान सेना का मनोबल बढ़ाने वाला
RSS प्रमुख के इस बयान से यह साफ है कि भारत अब आतंकी हमलों को केवल निंदा तक सीमित नहीं रखेगा, बल्कि ठोस और निर्णायक कार्रवाई के साथ जवाब देगा। ऑपरेशन सिंदूर इसका जीता-जागता उदाहरण है। मोहन भागवत का यह संदेश न सिर्फ सेना का मनोबल बढ़ाता है, बल्कि हर भारतीय को एकजुट होकर राष्ट्र की रक्षा के लिए खड़ा होने की प्रेरणा भी देता है।
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