‘सबकी सहमति से चुनी गई मुख्यमंत्री, ये किसी एक का निर्णय नहीं’, रेखा गुप्ता के पति ने कही बात
दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से जीतकर पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। बीजेपी के विधायकों की बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से विधानसभा में नेता चुना गया। इस खास मौके पर उनके पति, मनीष गुप्ता ने आजतक से बातचीत की और अपनी खुशी जाहिर की।
पार्टी ने सर्वसम्मति से चुना मुख्यमंत्री
रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) के पति ने कहा कि पार्टी ने सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री चुना है। विधायक दल की बैठक में सभी नेताओं ने मिलकर चर्चा की और यह फैसला लिया। उन्होंने पार्टी का धन्यवाद करते हुए कहा कि पूरी प्रक्रिया नियमों के अनुसार पूरी की गई। बीजेपी में किसी एक व्यक्ति का राज नहीं होता, बल्कि सभी की सहमति से फैसले लिए जाते हैं, और यही पार्टी की लोकतांत्रिक परंपरा है।
नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) के पति मनीष ने कहा कि सरकार जनता के हित में सभी जरूरी फैसले लेगी और उन्हें लागू करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विजन हमारी सरकार की दिशा तय करेगा, और हम उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़ेंगे।
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर संघर्षों और उपलब्धियों से भरा रहा है। हरियाणा में जन्मीं और दिल्ली में पली-बढ़ीं रेखा बचपन से ही राजनीति में रुचि रखती थीं। उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की और छात्र राजनीति में सक्रिय रहीं। बाद में, वे भाजपा से जुड़ीं और पार्टी व सरकार में कई अहम जिम्मेदारियाँ निभाईं।
रेखा के परिवार में कौन-कौन?
रेखा का जन्म 1974 में हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में हुआ था। उनके पिता, जय भगवान जिंदल (अब स्वर्गीय), और माता, उर्मिला जिंदल हैं। जब उनके पिता को एसबीआई बैंक में नौकरी मिली, तो 1976 में पूरा परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। हालांकि, उनका परिवार अभी भी जुलाना में कारोबार करता है।
दिल्ली के पास हरियाणा से जुड़े होने की वजह से रेखा गुप्ता का अपने गृह राज्य में आना-जाना लगा रहता है। उनकी शादी दिल्ली के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता से हुई है, और वे दो बच्चों (एक बेटा और एक बेटी) की मां हैं।