क्या सच में PM मोदी आज रात करेंगे देश को संबंधित? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा फर्जी मैसेज, अफवाहों से रहें दूर; मॉक ड्रिल से न घबराएं
PM Modi's address rumour: सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर एक मैसेज ने हंगामा मचा रखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे। यह खबर जंगल की आग की तरह फैली, लेकिन सच यह है कि यह पूरी तरह फर्जी है। आज रात पीएम मोदी का कोई संबोधन नहीं होने वाला। पहलगाम हमले और मॉक ड्रिल की तैयारियों के बीच ऐसी अफवाहें जनता में भ्रम फैला रही हैं। सरकार ने साफ कर दिया है कि सिर्फ आधिकारिक सूत्रों पर भरोसा करें। आइए, इस अफवाह की सच्चाई और मॉक ड्रिल की हकीकत जानते हैं।
क्या है वायरल मैसेज में?
पिछले कुछ घंटों से व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी 6 मई 2025 की रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। यह खबर ऐसे समय में फैली जब देश 7 मई को 244 जिलों में मॉक ड्रिल की तैयारी कर रहा है। इस अफवाह ने लोगों में चिंता और उत्सुकता पैदा कर दी, खासकर तब जब भारत-पाक तनाव चरम पर है। लेकिन सच्चाई यह है कि न तो पीएमओ और न ही प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ने ऐसी किसी घोषणा की पुष्टि की है। यह मैसेज पूरी तरह फर्जी है और इसका मकसद जनता को गुमराह करना है।
मॉक ड्रिल की एडवाइजरी से उपजा भ्रम
इस भ्रामक खबर का बड़ा कारण 5 मई को गृह मंत्रालय की एक एडवाइजरी है, जिसमें 7 मई को राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल का जिक्र है। यह ड्रिल पहलगाम में हुए आतंकी हमले और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर हो रही है। 1971 के बाद यह पहला ऐसा बड़ा अभ्यास है, जिसका मकसद युद्ध जैसी स्थिति में नागरिकों को तैयार करना है। कुछ लोगों ने इस ड्रिल को गलत तरीके से पीएम के संबोधन से जोड़ दिया। गृह मंत्रालय ने साफ किया कि यह रूटीन तैयारियां हैं, और इसमें घबराने की कोई बात नहीं। लोगों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।
क्या होगा मॉक ड्रिल के दौरान?
7 मई को 244 जिलों में होने वाली मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को आपात स्थिति के लिए तैयार करना है। इसमें हवाई हमले की चेतावनी के लिए सायरन बजाए जाएंगे, बिजली कटौती (ब्लैकआउट) होगी, और महत्वपूर्ण इमारतों को छुपाने का अभ्यास होगा।
स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर निकासी अभ्यास और सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी। NDRF, होम गार्ड्स, और फायर सर्विसेज इसकी अगुवाई करेंगी। श्रीनगर में डल झील के आसपास SDRF ने रिहर्सल शुरू कर दी है। यह ड्रिल भारत की सैन्य और नागरिक तैयारियों का हिस्सा है, जो पाकिस्तान को सख्त संदेश देती है।
सरकार की अपील: अफवाहों से बचें
गृह मंत्रालय और PMO ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर वायरल हो रहे फर्जी मैसेज पर भरोसा न करें। 6 मई को गृह मंत्रालय में NDRF, रेलवे, और वायु सुरक्षा अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें मॉक ड्रिल की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। सरकार ने स्पष्ट किया कि मॉक ड्रिल एक नियोजित अभ्यास है, और इसका मकसद जनता को सशक्त बनाना है, न कि डराना। लोगों से कहा गया है कि वे केवल प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो, दूरदर्शन, या आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स से जानकारी लें। अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
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