ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने की पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक, जानें किस आतंकी आका को पहुंची कितनी चोट?
भारत ने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया कि आतंकी आकाओं के होश उड़ गए! मंगलवार-बुधवार की रात भारतीय वायुसेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। ये हमला पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें मासूम लोगों की जान गई थी। इस ऑपरेशन ने हाफिज सईद, मसूद अजहर और सैयद सलाहुद्दीन जैसे आतंकी सरगनाओं को ऐसा झटका दिया कि उनकी रातों की नींद उड़ गई। आइए, आपको बताते हैं कि इस धमाकेदार ऑपरेशन में क्या-क्या हुआ और इन आतंकी आकाओं को कितना नुकसान हुआ।
हाफिज सईद का लश्कर तबाह
26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा का बॉस हाफिज सईद अब बिलबिला रहा है। भारतीय वायुसेना ने उसके तीन बड़े ठिकानों - मुरिदके, सवाई नल्ला और मरकज अहले हदीस (बरनाला) को पूरी तरह से उड़ा दिया। मुरिदके तो लश्कर का सबसे बड़ा ट्रेनिंग सेंटर था, जो भारत की सीमा से सिर्फ 30 किमी दूर था। सवाई नल्ला और बरनाला में हथियार, ड्रोन और IED की ट्रेनिंग दी जाती थी।
क्या हुआ नुकसान?
हाफिज का पूरा नेटवर्क चकनाचूर हो गया। नए रंगरूटों की भर्ती और भारत के खिलाफ साजिश रचने की उसकी ताकत खत्म। अब वो बस खाली हाथ बैठकर रो सकता है।
मसूद अजहर की जैश की हालत पतली
पुलवामा हमले का गुनहगार और जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर भी इस हमले से बुरी तरह हिल गया। भारतीय सेना ने उसके बहावलपुर हेडक्वार्टर, सरजाल, बिलाल कैंप और कोटली के लॉन्चपैड को धूल में मिला दिया। बहावलपुर जैश का सबसे बड़ा ऑपरेशनल हब था, जो अब पूरी तरह खत्म।
क्या हुआ नुकसान?
मसूद की फिदायीन हमलों की प्लानिंग और रंगरूटों की भर्ती रुक गई। जैश की ताकत में 70% की कमी आ गई है। मसूद का खानदान भी इस हमले में बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिसके बारे में आगे बताएंगे।
सलाहुद्दीन की हिज्बुल की रीढ़ टूटी
कश्मीर में आतंक फैलाने वाला हिज्बुल मुजाहिदीन का मुखिया सैयद सलाहुद्दीन इस हमले के बाद सबसे कमजोर पड़ गया। उसके कोटली, मेहमूना जोया (सियालकोट) और राहील शाहिद कैंप जैसे ठिकाने तबाह हो गए। ये सारे कैंप LOC से 10-15 किमी की दूरी पर थे, जिससे घुसपैठ आसान थी।
क्या हुआ नुकसान?
सलाहुद्दीन के पास न घुसपैठ के रास्ते बचे, न ट्रेनिंग कैंप। हिज्बुल की कमर पूरी तरह टूट चुकी है।
मसूद अजहर के परिवार पर भी गिरी गाज
इस हमले में मसूद अजहर के परिवार को भी भारी नुकसान हुआ। जैश के सरगना ने खुद कबूल किया कि भारतीय एयरस्ट्राइक में उसके परिवार के 10 लोग और 4 करीबी सहयोगी मारे गए। मसूद की बड़ी बहन, मौलाना कशफ का परिवार, मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां और बाजी सादिया के पति समेत उनकी बेटी के 4 बच्चे या तो मारे गए या घायल हो गए। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे इस हमले की चपेट में आए। मसूद ने दुखी होकर कहा कि काश वो भी इस हमले में मारा जाता। मारे गए लोगों को आज ही दफनाया जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर: रात में बरसी आग
भारतीय सेना ने 6-7 मई 2025 की रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच ये ऑपरेशन चलाया। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि ये कार्रवाई पहलगाम हमले के पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए थी। इसमें न सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, न आम लोगों को। सिर्फ 9 आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया और उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया गया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि भारत की कार्रवाई नपी-तुली और गैर-उकसाने वाली थी। रक्षा मंत्रालय ने भी बयान दिया कि इस ऑपरेशन का
मकसद पाकिस्तान और PoK में आतंकी ढांचे को खत्म करना था, जहां से भारत के खिलाफ हमले की साजिश रची जाती थी।
भारत का दमदार मैसेज
'ऑपरेशन सिंदूर' सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत का कूटनीतिक मैसेज भी है। भारत ने साफ कर दिया कि अब आतंकी अपने घर में छिपकर भी सुरक्षित नहीं। हाफिज सईद, मसूद अजहर और सैयद सलाहुद्दीन जैसे आतंकी सरगनाओं को ऐसा झटका लगा है, जिससे उबरने में उन्हें सालों लग जाएंगे।