ऑपरेशन सिंदूर के बाद अलर्ट मोड पर भारत, सभी अर्धसैनिक बलों की छुट्टियां रद्द
पाकिस्तान में आतंकियों के अड्डों पर जब भारत की मिसाइलें गिरीं, तो उसके बाद सिर्फ सीमापार ही नहीं, देश के भीतर भी सुरक्षा के स्तर पर बड़ा बदलाव देखने को मिला है। गृह मंत्रालय ने सभी अर्धसैनिक बलों को फुल एक्शन मोड में डाल दिया है। सभी सैन्य बलों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और बॉर्डर इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद रद्द की सभी छुट्टियां
7 मई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 बड़े आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। इस सटीक कार्रवाई में 90 से ज़्यादा आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। अब, इस कार्रवाई के बाद गृह मंत्रालय ने कड़ा कदम उठाते हुए BSF, CRPF, ITBP, CISF और SSB जैसे सभी अर्धसैनिक बलों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।
इंटरनेशनल बॉर्डर पर हाई अलर्ट
गृह मंत्री अमित शाह ने खुद सभी अर्धसैनिक बलों के महानिदेशकों (DGs) को निर्देश दिए हैं कि वे बॉर्डर इलाकों में पूरी तरह चौकन्ना रहें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। इंटरनेशनल बॉर्डर (IB) और LoC दोनों पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सीमा चौकियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है और बाड़ नियंत्रण, ड्रोन सर्विलांस और गश्त को तीन गुना किया गया है।
ऑपरेशन सिंदूर: आधी रात को भारत का करारा प्रहार, हाफिज-मसूद के ठिकानों पर तबाही
7 मई की रात, जब दुनिया सो रही थी, भारत न केवल जाग रहा था बल्कि आतंक के फन पर जबरदस्त प्रहार भी कर रहा था। सटीक निशानों के साथ भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया और पाकिस्तान की जमीन पर पल रहे आतंक के अड्डों को ध्वस्त कर दिया। रात करीब 1:28 बजे ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने लाहौर में आतंकी हाफिज सईद के ठिकाने, बहावलपुर में मसूद अजहर के आतंकी अड्डे एवं पीओके स्थित मुजफ्फराबाद, धामोल, कोटली और बाघ के ठिकानों को एक के बाद एक मिसाइल और ड्रोन अटैक के जरिए निशाना बनाया गया।
90 से अधिक आतंकियों का खात्मा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खबर लिखे जाने तक भारतीय सेना द्वारा की गई इस सर्जिकल स्ट्राइक में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के करीब 90 आतंकवादी ढेर कर दिए गए। इनमें कई "हाई वैल्यू टारगेट्स" शामिल थे, जिनकी भारत लंबे समय से तलाश कर रहा था।
PM मोदी ने की रातभर निगरानी
इस पूरे ऑपरेशन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीधी नजर बनी रही। पीएम मोदी रातभर ऑपरेशन की हर अपडेट मॉनिटर करते रहे। सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी NSA अजीत डोभाल ने पल-पल की जानकारी प्रधानमंत्री को दे रहे थे। दिल्ली स्थित वॉर रूम में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पूरी टीम के साथ योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया। यह साफ है कि ये सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि नेतृत्व और रणनीति का संयुक्त प्रदर्शन था।
क्यों उठाया गया ये कदम?
पाकिस्तान की ओर से किसी भी संभावित पलटवार या घुसपैठ की आशंका को देखते हुए भारत सरकार ने यह कदम उठाया है। माना जा रहा है कि आतंकी संगठन बदले की भावना से सक्रिय हो सकते हैं एवं सीमा पार से ड्रोन या छोटे हथियारों की तस्करी की कोशिशें बढ़ सकती हैं। यही वजह है कि इस समय आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना ज़रूरी हो चुका है।
यह भी पढ़ें:
Operation Sindoor: अब भारत ने आतंकी ठिकानों की नई लिस्ट बनाई, पाकिस्तान को दी खुली चेतावनी
Operation Sindoor: जैश के ठिकानों पर हमला, मसूद अजहर समेत टॉप आतंकी मारे जाने की खबर!
.