Pakistani Spy: नूंह से पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस का कबूलनामा, बताया- सिम दी, फिर...!
Pakistani Spy: 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद 'पाकिस्तानी जासूसों' पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस बीच, हरियाणा के नूंह जिले से पाकिस्तान को गुप्त जानकारियां भेजने वाला एक शख्स को गिफ्तार किया गया, जिसका नाम तारिफ है। गिरफ्तारी के बाद तारिफ के कबूलनामा का वीडियो सामने आया है, जिसमें वह बता रहा है कि पाकिस्तान दूतावास के अधिकारी ने उससे क्या-क्या करने को कहा।
"पाकिस्तान दूतावास में एक अफसर मिला"
तारिफ ने बताया, "मैं 2018 में पाकिस्तान दूतावास गया था अपने वीजा के लिए। वहां मेरा नंबर काउंटर- 1 पर आया था। वहां एक पाकिस्तानी अफसर आसिफ बलोचा था। उसने मेरा इंटरव्यू लिया। इंटरव्यू लेने के बाद पासपोर्ट वापस दे दिया। फॉर्म पर लिखा नंबर ले लिया। उसने कहा कि फोन पर बताऊंगा फिर आना, फिर वीजा दूंगा। इसके तीन-चार दिन बार उसकी कॉल आई। उसने पूछा- वीजा चाहिए। मैं कहा- हां, चाहिए, तो उसने कहा कि दो सिम लाकर दो और बदले में वीजा ले जाना। मैंने नूंह से दो सिम लेने के बाद पाकिस्तान दूतावास गया। फिर वहां मैं पाकिस्तानी अफसर से मिला और दोनों सिम दे दी और उसने मेरा वीजा लगाकर दे दिया।"
उसने आगे बताया, "मैं फिर वहां से घर आ गया। नंबर मेरा उसके पास था ही। इसके 10-15 दिन बाद में पाकिस्तान चला गया। पाकिस्तान से जब मैं वापस आया तो उसकी कॉल फिर मेरे पास आई कि एक काम कर वीजा के लिए कोई बंदा है, तो उसे 8-10 हजार कहकर बंदा भेज दिया करो। आधा-आधा पैसे बांट लेंगे। दोनों के दोनों पैसा कमाएंगे। फिर 8-10 बंदे मैंने भेजा और दोनों ने आधा-आधा पैसा कर लिया।"
"जाफर नया अफसर आया है, फिर उसने..."
तारिफ ने बताया, "फिर मैं 2021 में दोबारा वीजा के लिए गया। बंदा का वीजा लगवाया तो उसने मुझे दोबारा वीजा दे दिया। फिर वीजा लेकर आ गया। घर पर 10-15 दिन रुका। इसके बाद फिर मैं पाकिस्तान चला गया। फिर पाकिस्तान से मैं वापस आया तो ऐसे ही 2024 हो गया। 2024 में उसने मुझे कॉल कि तुझे दूतावास आना पड़ेगा। जब मैं गया तो पाकिस्तान का अफसर आसिफ मिला और कहा कि अब मेरी कभी भी बदली हो सकती है। जाफर नया अफसर आया है, अब इसके साथ टच में हो जाओ।
उसने बताया, "इसके बाद जाफर ने मेरा नंबर ले लिया। घर आने पर जाफर ने भी कॉल कर यही बात कही कि मुझे सिम चाहिए। मैंने उसको भी दो सिम पहुंचाई। जो सिम पहुंचाई उसी नंबर से वो बात करता था। उसने भी यही बात कही कि पैसा कमाते हैं दोनों, वीजा के लिए बंदा भेज दिया कर, 10 हजार से किसी से कम में बात मत करना। आधा-आधा बांट लेंगे। उसके पास भी 4-5 बंदा भेजा और तीसरी बार मैंने उससे वीजा ले लिया।"
"हमारे लिए कुछ करना पड़ेगा, लाखों रुपये देंगे"
तारिफ ने अपने कबूलनामे में बताया, "तीसरी बार पाकिस्तान से आया, उसके बाद मेरे पास उसकी कॉल आई। उसने कहा कि अब सिम से काम नहीं चलेगा। अब वीजा नहीं लगेगा तेरा, अब हमारे लिए कुछ करना पड़ेगा और उसके लिए हम तुझे लाखों रुपये देंगे। जहां भेजेंगे वहां जा सकता है, मैंने उनके सामने हामी भर दी। सिरसा जाना है और एयर फोर्स जो है उसके बारे में फोटो, वीडियो जो कुछ है हमें देनी पड़ेगी। मैंने कहा ठीक है। आने के बाद मैं घर आ गया।"
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