भगवा वस्त्र में महिला और Made in Pakistan पंखा...मथुरा के राधाकुंड में मचा हड़कंप, खुफिया एजेंसियां क्यों हो गईं अलर्ट?
मथुरा के राधाकुंड में एक ऐसी घटना ने सनसनी फैला दी है जो साधारण से लगने वाले पंखे से शुरू होकर राष्ट्रीय सुरक्षा तक के सवाल खड़े कर रही है। जब एक साधु के वेश में आई महिला एक दुकान पर पंखा ठीक कराने पहुंची और मिस्त्री ने उस पर 'मेड इन पाकिस्तान' की मुहर देखी, तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सवाल यह है कि आखिर एक पाकिस्तानी पंखा भारत के इस पवित्र धार्मिक स्थल तक पहुंचा कैसे? और क्या यह सिर्फ एक संयोग है या कोई बड़ी साजिश का हिस्सा? जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस और खुफिया एजेंसियों को मिली, वे इस मामले की गहराई में उतर गईं, क्योंकि हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा व्यवस्था पहले से कहीं ज्यादा सतर्क है।
कैसे पकड़ा गया पाकिस्तानी पंखे का सुराग?
दरअसल दो मई की सुबह राधाकुंड में शुभम नाम के एक मिस्त्री की दुकान पर एक साधु वेशधारी महिला पंखा लेकर पहुंची। जैसे ही शुभम ने पंखे को गौर से देखा, उस पर 'जनरल फैन कंपनी - मेड इन पाकिस्तान' लिखा हुआ था। यह देखकर वह हैरान रह गया और उसने तुरंत पंखे की फोटो खींच ली।
इस पर वह साधु भड़क गई और फोटो डिलीट करने की जिद करने लगा। जब शुभम ने मना किया, तो वह बिना पंखा ठीक कराए ही वहां से भाग खड़ा हुआ। इस घटना के बाद पूरे राधाकुंड में चर्चा शुरू हो गई कि आखिर एक साधु के पास पाकिस्तानी पंखा क्यों है? कहीं पाकिस्तानी जासूस और आतंकी साधु वेश का सहारा लेकर मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों का सौहार्द तो नहीं बिगाड़ना चाहते!
पुलिस और खुफिया एजेंसियां क्यों हुईं एक्टिव?
बता दें कि जैसे ही पंखे की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, पुलिस और खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं। स्थानीय लोगों ने इसे सुरक्षा से जोड़ते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया और मांग की कि राधाकुंड में रह रहे सभी साधुओं और बाहरी लोगों की जांच की जाए। स्थानीय नेताओं ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर कहा कि इलाके में कई संदिग्ध विदेशी लोग साधु के भेष में रह रहे हैं, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकते हैं। पुलिस ने बताया कि पंखा काफी पुराना लग रहा है, लेकिन उस व्यक्ति की पहचान और उसके इरादों की जांच की जा रही है। खासतौर पर इसलिए क्योंकि हाल ही में जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले हुए हैं और देश भर में सुरक्षा चौकसी बढ़ाई गई है।
स्थानीय लोगों की क्या है प्रतिक्रिया?
इस घटना के बाद राधाकुंड के स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। कई लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले भी साधु के भेष में कुछ संदिग्ध लोगों को देखा है, जो बांग्लादेश या नेपाल के हो सकते हैं। वे चाहते हैं कि पुलिस इलाके में एक बड़ी जांच करे और सभी संदिग्ध लोगों की पहचान सुनिश्चित करे। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो यह कोई बड़ी सुरक्षा चूक साबित हो सकती है।
क्या यह कोई साजिश थी या महज एक संयोग?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह घटना कोई साजिश का हिस्सा थी या सिर्फ एक संयोग? पुलिस का कहना है कि पंखा कई साल पुराना है और हो सकता है कि वह महिला किसी पुरानी दुकान से इसे खरीदकर ले आई हो। लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इस पर भी विचार कर रही हैं कि कहीं यह पाकिस्तान से आए किसी संदिग्ध व्यक्ति का हिस्सा तो नहीं, जो साधु के भेष में यहां घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा हो। जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या राधाकुंड और आसपास के इलाकों में ऐसे और भी लोग हैं जो विदेशी हैं और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
क्या यह घटना भविष्य के लिए एक चेतावनी है?
राधाकुंड की यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि देश की सुरक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है। चाहे वह एक पुराना पंखा हो या साधु के भेष में कोई संदिग्ध व्यक्ति, हर छोटी-बड़ी चीज पर नजर रखना जरूरी है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जांच अभी जारी है, लेकिन यह स्पष्ट है कि इस तरह की घटनाओं को हल्के में नहीं लिया जा सकता। अगर यह सच में कोई साजिश का हिस्सा है, तो उसे जड़ से खत्म करने की जरूरत है। वरना आने वाले दिनों में ऐसी और भी घटनाएं हो सकती हैं, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं।
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