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ऑपरेशन सिंदूर के बाद से लगातार ड्रोन क्यों भेज रहा था पाकिस्तान... जानिए इस चौंकाने वाली रिपोर्ट में क्या आया सामने?

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भारतीय मिसाइलें निष्क्रिय करने को डमी ड्रोन भेजे, लेकिन सेना ने हर चालाकी का मुंहतोड़ जवाब दिया।
04:26 PM May 19, 2025 IST | Rohit Agrawal
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भारतीय मिसाइलें निष्क्रिय करने को डमी ड्रोन भेजे, लेकिन सेना ने हर चालाकी का मुंहतोड़ जवाब दिया।

ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था, लेकिन पाकिस्तानी सेना ने इसका जवाब देने के लिए एक अजीबोगरीब रणनीति अपनाई। दअरसल भारत की सीमा में घुसपैठ करने वाले ज्यादातर पाकिस्तानी ड्रोन में न तो कैमरा था, न ही कोई निगरानी उपकरण! फिर पाकिस्तान ने ऐसे बेकार ड्रोन क्यों भेजे? अब खुलासा हुआ है कि यह एक सोची-समझी साजिश थी। पाकिस्तान चाहता था कि भारत अपनी मिसाइलें और गोला-बारूद इन नकली ड्रोन पर खर्च कर दे, ताकि असली हमले के वक्त भारतीय वायु रक्षा प्रणाली कमजोर पड़ जाए। बता दें कि भारत ने भी इस चाल को समझ लिया था लेकिन अपनी सुरक्षा को देखते हुए हर ड्रोन को मार गिराया।

"डमी ड्रोन" भेजकर भारत की मिसाइलें बर्बाद करने की साजिश

पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सीमा में ड्रोन भेजने शुरू किए, लेकिन हैरानी की बात यह थी कि इनमें से कई ड्रोन बिल्कुल खाली थे। न तो उनमें कोई कैमरा लगा था, न ही कोई बम। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की योजना थी कि वह भारत के रडार सिस्टम को भ्रमित करे और भारतीय सेना को यह लगे कि वह असली खतरा है। इस तरह, भारत अपनी कीमती मिसाइलें और गोला-बारूद इन नकली ड्रोन पर फेंक देगा, जिससे पाकिस्तान को असली हमले का मौका मिल जाएगा।

LiDAR तकनीक वाले ड्रोन से जासूसी की कोशिश

पाकिस्तान ने सिर्फ डमी ड्रोन ही नहीं भेजे, बल्कि कुछ ऐसे ड्रोन भी भेजे जिनमें LiDAR (लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग) तकनीक लगी थी। यह तकनीक भारतीय सैन्य ठिकानों का नक्शा बनाने और उनकी सटीक लोकेशन पता करने के लिए इस्तेमाल की गई। कुछ ड्रोन तुर्की के बनाए हुए थे, जिन्हें पाकिस्तान ने खासतौर पर भारत के खिलाफ जासूसी के लिए इस्तेमाल किया। लेकिन भारतीय वायुसेना ने इन्हें भी पहचान लिया और मार गिराया।

क्या थी पाकिस्तान की असली मंशा?

पाकिस्तान की सबसे बड़ी चाल यह थी कि वह भारत को ज्यादा से ज्यादा गोला-बारूद इस्तेमाल करने पर मजबूर कर दे। अगर भारत अपनी मिसाइलें और एयर डिफेंस सिस्टम इन नकली ड्रोन पर खर्च कर देता, तो पाकिस्तान को असली हमला करने का मौका मिल जाता।

लेकिन भारत ने इस चाल को समझ लिया और सीमित संसाधनों में ही हर ड्रोन को नष्ट कर दिया। साथ ही, भारत ने अपनी वायु रक्षा प्रणाली को इतना मजबूत कर लिया कि पाकिस्तान की कोई भी घुसपैठ नाकाम हो गई।

क्या पाकिस्तान की यह रणनीति कामयाब रही?

सच तो यह है कि पाकिस्तान की यह चाल बिल्कुल फेल रही। भारत ने न सिर्फ हर ड्रोन को मार गिराया, बल्कि पाकिस्तान की जासूसी करने वाली तकनीक को भी बेनकाब कर दिया। पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ, जबकि भारत की सैन्य ताकत पर कोई फर्क नहीं पड़ा। अब पाकिस्तान के पास सिर्फ एक ही रास्ता बचा है कि या तो वह आतंकवाद को पूरी तरह छोड़ दे, या फिर भारत के और जोरदार जवाबी हमले का सामना करने के लिए तैयार रहे।

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