भाईचारे-एकता की बात vs ट्रोलर्स! कौन है वो 2 महिलाएं जिनके पीछे हाथ धोकर पड़े हैं ट्रोल्स?
Himanshi Narwal Trolling: कश्मीर घाटी के पहलगाम में आतंकी हमला होने के बाद देश और दुनिया भर में चर्चाओं का केंद्र आतंकवाद है और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग जोरों पर है लेकिन आतंकी सोच रखने वालों की एक साजिश के चलते देश में एक समुदाय विशेष के खिलाफ भी चर्चा तेज हो चली है.
दरअसल पहलगाम हमले में धर्म पूछकर मारने की जानकारी आने के बाद से सांप्रदायिक सद्भाव को गहरी चोट लगी है और कई ऐसी घटनाएं सामने आई लेकिन आज हम बात करेंगे 2 ऐसी महिलाओं की जिन्होंने अपने बूते पर इस घटना के बाद सांप्रदायिक रंग और माहौल बिगड़ने का बीड़ा उठाया और पुरजोर तरीके से अपनी बात रखी. हालांकि अपनी बात रखने के चलते उनकी जोरदार ट्रोलिंग हुई.
जी हां, हम बात कर रहे हैं पहलगाम हमले में आतंकी हमले का शिकार हुए नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल और दूसरी नैनीताल की शैला नेगी जिन्होंने एक 12 साल की लड़की दुष्कर्म के आरोपी के मुस्लिम निकलने पर समुदाय पर गुस्सा फूटने और सांप्रदायिक रंग लगने से रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन इन दोनों महिलाओं को इसके बदले में क्या मिला- अपशब्द, भद्दी टिप्पणियां और सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोलिंग.
दरअसस नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल जिन्होंने पहलगाम में अपने पति को शादी के कुछ दिनों बाद ही खो दिया वो अपने एक बयान के चलते सोशल मीडिया पर लोगों की संवेदनाओं की बजाय ट्रोलिंग का शिकार हुई. उधर नैनीताल में एक 12 साल की लड़की के साथ दुष्कर्म का आरोपी मुस्लिम निकलने पर मुसलमानों पर जब आम जनता का गुस्सा फूटा तो शैला नेगी ने इसे हिंदू-मुस्लिम रंग देने से रोका जिसके बाद उन्हें भी हिमांशी जैसी टिप्पणियां मिली.
हिमांशी नरवाल की क्या खता?
दरअसल पहलगाम में आतंकी हमले के बाद हर किसी का गुस्सा पाकिस्तान पर फूटा लेकिन कुछ लोगों ने कश्मीरियों और एक समुदाय विशेष को भी जमकर टारगेट किया. हालांकि कई लोग सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश देते रहे लेकिन कुछ नहीं हुआ ऐसे में हिमांशी ने अपने दुख को किनारे रखकर एक बड़ा बयान दिया और देश की एकता और मोहब्बत की बात कही.
हिमांशी ने लोगों से मुसलमानों और कश्मीरियों के पीछे नहीं पड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि किसी भी तरह से लोग हमारे देश के मुसलमानों और कश्मीरियों के पीछे पड़ें.
जमकर हुई हिमांशी की ट्रोलिंग
हिमांशी के ये बयान देते ही वह ट्रोल्स के निशाने पर आ गईं और सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर बुरा-भला कहा गया.हिमांशी के कैरेक्टर को लेकर लोग कमेंट करने लगे और ये मामला इतना बढ़ गया कि राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) को सामने आकर लोगों से ये कहना पड़ा कि कोई भी महिला अपनी वैचारिक अभिव्यक्ति कहीं भी रख सकती है और ट्रोलिंग को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
नैनीताल की शैला नेगी नफरत का शिकार!
वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड के नैनीताल में बीते दिनों एक नाबालिग से कथित दुष्कर्म हुआ और आरोपी मुस्लिम था. इसके बाद वहां माहौल गरमा गया और लोगों ने समुदाय विशेष के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. इसी दौरान शैला ने अपनी आवाज उठाई और जो भीड़ मुसलमानों के खिलाफ नारे लगा रही थी और दुकानें बंद करवा रही थी उनका विरोध किया. शैला के वायरल वीडियो के मुताबिक उन्होंने भीड़ से कहा कि अगर एक व्यक्ति ने अपराध किया है तो उसकी सजा पूरे समुदाय को कैसे दी जा सकती है?
शैला ने बुलंद आवाज में कहा कि आप लोग हिंदू-मुसलमान क्यों कर रहे हैं यहां कोई लड़की को इंसाफ दिलाने की बात नहीं कर रहा है. वहीं शैला का यह वीडियो वायरल होने के बाद उनको जमकर ट्रोल किया गया और सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने तो उनको रेप तक की धमकी दे दी.