पाकिस्तान की सबसे मजबूत संस्था...क्या है नेशनल कमांड अथॉरिटी जिसके पास है परमाणु हथियारों का पूरा सिस्टम
Operation Sindoor: पाकिस्तानी सेना ने शनिवार सुबह भारत के कई ठिकानों पर बड़े हमले करने का दावा किया है। इसमें पंजाब में ब्रह्मोस मिसाइल स्टोरेज फैसेलिटी, उरी सप्लाई डिपो, राजस्थान का सूरतगढ़ एयरफील्ड, आदमपुर में S-400 सिस्टम, देहरंग्यारी में आर्टिलरी पोजिशन और पठानकोट एयरफील्ड शामिल हैं। पाक का कहना है कि भारतीय आक्रामकता के जवाब में सेना ने हमले शुरू कर दिए हैं। इस ऑपरेशन का नाम ‘बुनयान-उल-मरसूस’ दिया गया है। जिसका अर्थ 'मजबूत दीवार' है।
पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री इशाक डार ने कहा कि हमारे पास भारत को जवाब देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। वहीं, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत पाक की जंग अब तय है।(Operation Sindoor)उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में जंग होने के सवाल पर कहा कि इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है। इसी बीच पाकिस्तान ने पीएम शहबाज शरीफ ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर फैसले लेने वाली कमेटी की बैठक बुलाई है।
क्या हैं नेशनल कमांड अथॉरिटी के काम?
पाकिस्तान की नेशनल कमांड अथॉरिटी (NCA) देश की सबसे उच्च नागरिक और सैन्य निकाय है, जो परमाणु हथियार कार्यक्रम और रणनीतिक संपत्तियों के बारे में कमांड, नियंत्रण और संचालन निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार है। इसकी स्थापना फरवरी 2000 में पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा की गई थी और इसका मुख्यालय इस्लामाबाद में है। यह प्राधिकरण पाकिस्तान की रक्षा नीति और क्षेत्रीय स्थिरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
IMF ने जारी किया फंड
दूसरी ओर, भारत-पाक जंग के बीच इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) ने पाकिस्तान को 2.3 अरब डॉलर (20 हजार करोड़ रुपए) के दो पैकेजों को मंजूरी दे दी है। इस लोन में से 1 अरब डॉलर (8500 करोड़ रुपए) एक्सटेंड फंड फैसेलिटी (EFA) के तहत तत्काल दिए जाएंगे, जबकि 1.3 अरब डॉलर (11 हजार करोड़ रुपए) का लोन अगले 28 महीने तक किस्तों में दिया जाएगा।
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