रावलपिंडी अब सुरक्षित नहीं’, ऑपरेशन सिंदूर पर बोले राजनाथ...भारत का हर वार होगा निर्णायक
Operation Sindoor: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने (6-7 मई) की रात ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया, जिसके तहत पाकिस्तान में घुसकर नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह किया गया। इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। ऑपरेशन सिंदूर पर अब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है। (Operation Sindoor) लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन और टेस्टिंग फैसिलिटी के उद्घाटन के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के माघ्यम से भारतीय सेना ने आतंकियों को जवाब दिया। इस ऑपरेशन को अंजाम देकर हमने दिखाया कि भारत आतंक के खिलाफ कारवाई कर रहा है।
आतंकवादियों के लिए अब सरहद पार की जमीन भी सुरक्षित
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए भारतीय सेना की तारीफ की। उन्होंने कहा कि जिन भारत विरोधी और आतंकी संगठनों ने भारत माता के मस्तक पर हमला करके कई परिवारों के सिंदूर मिटाए थे, उन्हें भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से इंसाफ दिलाने का काम किया है। इसके लिए आज सारा देश भारतीय सेनाओं का अभिनंदन कर रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई भर नहीं है, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है। यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति और सैन्य शक्ति की क्षमता और संकल्प शक्ति का भी प्रदर्शन है। हमने दिखाया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जब भी कोई कार्रवाई करेगा तो आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए सरहद पार की जमीन भी सुरक्षित नहीं रहेगी।
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में आतंकवादी घटनाएं करने और कराने का क्या अंजाम होता है, यह पूरे विश्व ने उरी की घटना के बाद देखा। जब हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की, पुलवामा के बाद देखा जब बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की गईं और अब पहलगाम की घटना के बाद दुनिया देख रही है, जब भारत ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर मल्टीपल स्ट्राइक्स की हैं। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नया भारत है, जो आतंकवाद के खिलाफ सरहद के इस पार और उस पार दोनों तरफ प्रभावी कार्रवाई करेगा।
पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत ने...
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'नेशनल टेक्नोलॉजी डे' का जिक्र करते हुए कहा, "ब्रह्मोस इंटीग्रेशन और टेस्टिंग सुविधा का उद्घाटन इसलिए खास है, क्योंकि आज नेशनल टेक्नोलॉजी डे है। 11 मई 1998 को, अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हमारे वैज्ञानिकों ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत की ताकत दुनिया को दिखाई थी। यह उपलब्धि वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, रक्षा कर्मियों और अन्य लोगों के अथक प्रयासों का नतीजा थी। आज का दिन हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के योगदान को सम्मान देने का दिन है। जब मैंने इसका शिलान्यास किया था, उस दौरान मैंने यह इच्छा जाहिर की थी कि जितनी जल्दी हो सके, इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाए।
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