"बदला पूरा हो गया", Operation Sindoor पर क्या बोले पहलगाम हमले के पीड़ित लोग?
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। 14 दिनों के इंतजार के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तानी धरती पर आतंकियों के ठिकानों को तहस-नहस कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने मिराज, सुखोई और राफेल जैसे लड़ाकू विमानों से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के अंदरूनी इलाकों में हमला बोला। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के कई कैंप ध्वस्त हो गए। अब पूरा देश इस जवाबी कार्रवाई पर गर्व महसूस कर रहा है, खासकर वे लोग जिन्होंने पहलगाम हमले में अपनों को खोया था।
"पीएम मोदी ने मेरे पति की मौत का बदला ले लिया"
पहलगाम हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी की पत्नी ने आज आंसू भरी आंखों से कहा कि "मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने मेरे पति की मौत का बदला ले लिया। हमें पूरा भरोसा था कि सरकार आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देगी और आज वह दिन आ गया। मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि मिली है।" उनकी भावनाएं हर उस भारतीय की आवाज बन गईं, जो आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहता था।
"सिंदूर का बदला सिंदूर से लिया गया"
संतोष जगदाले की पत्नी प्रगति जगदाले ने ऑपरेशन के नाम पर भावुक होकर कहा कि आतंकियों ने हमारी बेटियों का सिंदूर मिटाया था, आज भारत ने उन्हें सिंदूर के नाम पर जवाब दिया है। यह ऑपरेशन सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि हर उस शहीद की आत्मा को शांति देने वाला कदम है।" उनकी बेटी असावरी ने भी कहा कि इस हमले ने उनके पिता की मौत का बदला ले लिया है।
"हमें पता था, भारत जरूर जवाब देगा"
मनोज द्विवेदी के परिजनों ने कहा कि जिस दिन हमारे बेटे की जान गई, उसी दिन हमने कहा था कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा। पीएम मोदी ने हमारे विश्वास को कायम रखा। सेना ने हमारे बेटे को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।" उनके शब्दों में गुस्सा भी था और संतोष भी कि आखिरकार आतंकियों को उनके किए की सजा मिल गई।
दिल्ली एयरपोर्ट पर लोग क्या कह रहे हैं?
दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रा कर रही प्रज्ञा ने कहा कि हर बार भाईचारे की बात करने से कुछ नहीं होता। पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि भारत अब पुरानी रणनीति पर काम नहीं करेगा। हमने आज साबित कर दिया कि हम मुंहतोड़ जवाब देंगे।" उनके शब्दों में देशभक्ति की भावना साफ झलक रही थी।
"ऑपरेशन सिंदूर ने किया महिलाओं का सम्मान"
पहलगाम में आतंक का शिकार हुए कौस्तुभ गणबोते की पत्नी संगीता ने कहा कि ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' रखकर सरकार ने महिलाओं का सम्मान किया है। आतंकवादियों ने हमारे परिवारों को तोड़ा, लेकिन आज भारत ने दिखा दिया कि वह हर जख्म का जवाब देगा।" उनकी आवाज में दर्द था, लेकिन संतुष्टि भी कि उनके पति की शहादत व्यर्थ नहीं गई।
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