ऑपरेशन सिंदूर के बाद होगा एक और एक्शन! Indian Air Force को दी गई खुली छूट
6 मई की रात भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला बोला। इन ठिकानों को मिसाइलों से उड़ा दिया गया। ये वो जगहें थीं, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी साजिशें रची जाती थीं। इस हमले के बाद पाकिस्तान बौखला गया और उसने LoC पर गोलाबारी शुरू कर दी। लेकिन भारतीय सेना ने भी करारा जवाब दिया और उनकी कई चौकियां तबाह कर दीं।
वायुसेना को फुल पावर
पाकिस्तान की हरकतों को देखते हुए भारतीय वायुसेना को खुली छूट दे दी गई है। साफ कह दिया गया है कि अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो बिना देर किए पूरी ताकत से जवाब देना है। यानी अब पाकिस्तान की कोई भी नापाक हरकत बर्दाश्त नहीं होगी।
मोदी और डोभाल की नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल इस पूरे मामले पर पैनी नजर रखे हुए हैं। डोभाल खुद PM मोदी से मिलने उनके घर पहुंचे। उधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में आज सर्वदलीय बैठक होने वाली है, जिसमें सभी बड़े नेता शामिल होंगे। इस बैठक में मौजूदा हालात पर चर्चा होगी और आगे की रणनीति बनेगी।
27 एयरपोर्ट बंद, उड़ानें रुकीं
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए देशभर में 27 एयरपोर्ट को फिलहाल बंद कर दिया गया है। ये ज्यादातर उत्तर और पश्चिम भारत के हवाई अड्डे हैं, जैसे श्रीनगर, जम्मू, चंडीगढ़, अमृतसर और लुधियाना। कई उड़ानें रद्द हो गई हैं और यात्रियों को खासी दिक्कत हो रही है।
पाकिस्तान की कायराना गोलीबारी
7 मई को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर में LoC के पास के गांवों को निशाना बनाकर भारी गोलाबारी की। इस हमले में 13 लोग मारे गए, जिनमें 4 बच्चे और एक भारतीय सैनिक शामिल हैं। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, इस गोलीबारी की वजह से घायलों को अस्पताल पहुंचाने में स्थानीय लोगों को काफी मुश्किल हुई। लेकिन भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान की कई चौकियों को ध्वस्त कर दिया।
पंजाब के गांव खाली
पंजाब के फिरोजपुर जिले के कुछ सीमावर्ती गांवों में तनाव के चलते लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा है। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक खाली करने का आदेश नहीं आया है, लेकिन लोग खुद ही अपने परिवारों को सुरक्षित जगहों पर ले जा रहे हैं। अमृतसर और तरनतारन के कुछ गांवों में लोग अपने रोजमर्रा के काम में जुटे हैं, लेकिन डर का माहौल तो है ही।