ऑपरेशन सिंदूर ने तबाह की आतंक की नर्सरी, सेना ने क्यों दागी मुरीदके पर मिसाइलें?
Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ था लेकिन 6 मई, मंगलवार की देर रात भारत ने अपना बदला ले लिया है. पड़ोसी देश की इस कायराना हरकत का हिंद की सेना ने मुंहतोड़ जवाब घर में घुसकर दिया है. जी हां, आतंक की कमर पर जोरदार चोट मारते हुए भारत के शूरवीर जवानों ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान और पीओके में कई आतंकी ठिकानों पर जमकर मिसाइलें मारी और 7 शहरों के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. वहीं अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इसमें 100 से ज्यादा आतंकी खत्म हो गए हैं.
बता दें कि भारत की ये जवाबी कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई है जिसका नाम दिया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’. बताया जा रहा है कि ये हमला उन महिलाओं को समर्पित है जिनके पतियों की पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने बर्बतापूर्वक हत्या की थी.
वहीं भारत ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर कई किलोमीटर तक जाकर हमला किया है. इसके साथ ही जिन इलाकों में मिसाइलें मारी गई है उनमें सबसे ज्यादा चर्चा मुरीदके की हो रही है. आइए आपको बताते हैं कि ये इलाका क्यों इतना खास है और यहां हमला करना कितनी बड़ी कामयाबी है.
लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ है मुरीदके
दरअसल ये इलाका सांबा सेक्टर की सीमा से 30 किमी अंदर है जहां लश्कर-ए-तैयबा का एक बड़ा कैंप था जिसे सेना ने तबाह कर दिया है. बताया जा रहा है कि मुरीदके में कम से कम 30 आतंकियों को मार गिराया गया है. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए जिस मुरीदके इलाके को तबाह किया गया है वो पाकिस्तान के पंजाब में है. वहीं पाकिस्तान में आतंकवाद की नर्सरी भी इसी इलाके से चलती है.
बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे हाफिज सईद की सरपरस्ती वाला लश्कर-ए-तैयबा संगठन मुख्य तौर पर शामिल था और अब भारत ने बदला लेते हुए इसी मुरीदके स्थित मुख्यालय में तबाही मचाई है. इसके अलावा मुरीदके में 200 एकड़ में फैला जमात-उद-दावा का मुख्यालय भी है जिसके भी कई आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की खबरें आती रही है.
कारोबार का भी है मुख्य ठिकाना
इसके अलावा मुरीदके पाकिस्तान के कारोबार का भी अहम ठिकाना रहा है जो लाहौर से करीब 40 किलोमीटर दूर है. भारत की सेना ने मुरीदके के अलावा बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में भी जोरदार हमला किया. मुरीदके के अलावा बहावलपुर भी खास जगह है जहां जैश-ए-मोहम्मद एक बड़ा ठिकाना यहां मौजूद है. मालूम हो कि इस संगठन का मुखिया मसूद अजहर 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों के पीछे मास्टरमाइंड था.
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