Naxalite Encounter Operation: 1.72 करोड़ के इनामी नक्सलियों के खात्मे के लिए 21 दिन चला ऑपरेशन, फोर्स ने ऐसे खोदी कब्र
Naxalite Encounter Operation: कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर चलाए गए एंटी नक्सल ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. इस अभियान के तहत पुलिस ने 150 से अधिक बंकर ध्वस्त किए हैं. वहीं 31 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है. वहीं पुलिस ने अलग अलग ठिकानों से बड़े पैमाने पर हथियार और गोला बारूद बरामद किया है. यह जानकारी छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम और सीआरपीएफ के डीजी ने प्रेस कांफ्रेंस में दी.
डीजीपी अरुण देव के मुताबिक कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर यह ऑपरेशन 21 दिनों से लगातार चल रहा था. इस ऑपरेशन ने सेंट्रल फोर्स के साथ मिलकर राज्य की पुलिस ने 21 माओवादियों को मार गरिाया है. इनमें से 28 माओवादियों की पहचान हो गई है. जबकि 3 माओवादियों की पहचान होनी बाकी है. उन्होंने बताया कि मारे गए माओवादियों पर 1.72 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था.
#NaxalFreeBharat के संकल्प में एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के विरुद्ध अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू पहाड़ (KGH) पर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया।
जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहाँ आज शान से…
— Amit Shah (@AmitShah) May 14, 2025
भारी संख्या में हथियार बरामद
डीजीपी के मुताबिक मारे गए नक्सलियों में दो नक्सली बेहद खास और डिवीजन स्तर के थे. उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में महिला माओवादी भी मारे गए हैं. वहीं 214 माओवादी ठिकानों और बकरों को नष्ट करते हुए यहां से एसएलआर रायफल के अलावा बडी संख्या में ऑटोमेटिक और सेमी ऑटोमेटिक हथियार बरामद किए गए हैं. फोर्स ने नक्सलियों के ठिकानों से 450 आईईडी के अलावा मेडिकल-इलेक्ट्रिक सामान, नक्सली साहित्य एवं नक्सलियों के उपयोग में आने वाले सामान भी जब्त किए हैं.
चार टेक्निकल डिवीजन नष्ट
डीजीपी के मुताबिक इस ऑपरेशन में सशस्त्र बलों को भी थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है. इस ऑपरेशन के दौरान 18 जवान घायल हुए हैं. जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बावजूद इसके सबसे बड़ी सफलता यह है कि सुरक्षा बलों ने माओवादियों की चार तकनीकी टीटीटी टेक्निकल डिवीजन टीम की जो तकनीकी इकाइयां हैं, उन्हें नष्ट कर दिया गया है. इसका इस्तेमाल माओवादी देशी हथियार, आईईडी और अन्य घातक वस्तुओं के निर्माण के लिए करते थे.
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