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Manipur: मणिपुर हिंसा के 2 साल...60 हजार लोगों का छूटा घर ! अब कैसे हालात? क्या बोले कांग्रेस नेता?

मणिपुर में हिंसा को दो साल हो चुके हैं, फिलहाल यहां फरवरी से राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।
11:24 PM May 03, 2025 IST | Vivek Chaturvedi

Manipur Situation Update: मणिपुर में दो समुदायों के बीच हिंसा को दो साल हो चुके हैं। अब जाकर यहां हालात सामान्य होने लगे हैं, अभी तक सामान्य हो नहीं पाए हैं, (Manipur Situation Update) पिछले दो सालों में करीब 200 लोगों की मौत हो गई। 60 हजार लोगों को अपना घरबार छोड़ना पड़ा। छह हजार से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए, मगर इसके बाद भी पूरी तरह हालात सामान्य नहीं हुए। अब यहां राष्ट्रपति शासन है। मणिपुर हिंसा के दो साल पूरा हुए तो कांग्रेस ने इस मुद्दे पर फिर एक बार मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की।

मणिपुर पर क्या बोले जयराम रमेश?

मणिपुर हिंसा के दो साल पूरे होने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस की ओर से कहा गया कि प्रधानमंत्री मणिपुर से दूरी बनाए हुए हैं। गृह मंत्री शाह भी वहां की स्थिति संभालने में विफल रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मणिपुर में 13 फरवरी से राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। मगर मौजूदा विधानसभा भंग नहीं की, सिर्फ निलंबित है। जयराम रमेश ने मणिपुर हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नाराजगी जाहिर की।

'PM के इम्फाल आने का इंतजार'

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि भाजपा ने फरवरी 2022 में भारी जनादेश के साथ मणिपुर में सरकार बनाई। ठीक दो साल पहले वहां सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। मगर अब भी कोई सार्थक सुलह प्रक्रिया नहीं चल रही। 60 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हैं। पीएम ने राज्य में किसी से मुलाकात नहीं की। वे पूरी दुनिया घूम चुके, लेकिन उन्हें इस संकटग्रस्त राज्य का दौरा करने और वहां के लोगों से मिलने के लिए समय नहीं मिला। मणिपुर के लोग प्रधानमंत्री के इम्फाल आने का इंतजार कर रहे हैं।

मणिपुर में अब कैसे हालात?

कुकी और मैतेई समुदाय के बीच संघर्ष से मणिपुर में हिंसा की शुरुआत हुई थी। पिछले दो सालों में इस हिंसा की वजह से करीब 200 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। करीब 60 हजार लोगों को विस्थापन का शिकार होना पड़ा। अब यहां स्कूल, अस्पताल, मार्केट सब सामान्य हो चुके हैं। मगर जातीय तनाव पूरी तरह खत्म नहीं हुआ। फिलहाल यहां राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। तीन मई को मणिपुर हिंसा के दो साल होने पर इम्फाल घाटी, पहाड़ी जिलों में बंद का आह्वान किया गया। इस दौरान यहां सुरक्षा के बहुत कड़े इंतजाम देखने को मिले। सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च कर लोगों को भरोसा दिलाया कि हालात पुलिस उनके साथ है।

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