बारिश बनी संकट, गांव में पानी-पानी, फंसे लोग, सेना ने चलाया रेस्क्यू, बची कई जानें!
Maharashtra Rain: लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण अहमदनगर जिले के खड़की गांव में भीषण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पानी की गंभीर स्थिति के चलते गांव की सड़कों और गलियों में कमर तक पानी भर गया है, जिससे ग्रामीण अपने घरों में फंसे हुए हैं। यह गांव सेना के आर्मर्ड कोर सेंटर एंड स्कूल (ACC&S) से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अहिल्यानगर के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा मदद की अपील की गई, जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने एक राहत दल को मौके पर रवाना किया।।(Maharashtra Rain) इस दल में एक मेडिकल टीम और इंजीनियरिंग डिटैचमेंट भी शामिल है, जो बचाव और राहत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।
बारिश के बाद बिगड़े हालात
बताया गया कि सेना के बख्तरबंद कोर केंद्र और स्कूल (एसीसी-एस) से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित खड़की गांव में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। सामने आए फोटो और वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग कमर तक पानी में डूबे हुए हैं। लोग अपने बच्चों और सामान को लेकर गांव से बाहर निकलते दिखाई दे रहे हैं। बारिश और तेज हवा के कारण पेड़ उखड़ गए हैं और लोगों के घर भी गिर गए हैं। कई लोग पानी के तेज बहाव में फंस गए हैं।
हालात बिगड़ने के बाद अहिल्यानगर के ज़िला मजिस्ट्रेट ने मदद के लिए सेना से अनुरोध किया था। इसके बाद भारतीय सेना ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। एक मेडिकल टीम और एक इंजीनियर टुकड़ी समेत एसीसी-एस ने राहत एवं बचाव अभियान शुरू किया। शाम को साढ़े 5 बजे राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। 5 बजकर 50 मिनट पर सेना क्षेत्र में पहुंची और फंसे हुए लोगों को निकालने का अभियान शुरू किया।
तत्काल प्रतिक्रिया के तहत सेना का दल रवाना
जैसे ही जिला प्रशासन ने सहायता का अनुरोध किया, ACC&S से एक राहत कॉलम तैनात किया गया जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम और इंजीनियरिंग डिटैचमेंट को भी शामिल किया गया. सेना का यह दल शाम 5:35 बजे स्थल पर पहुंचा और नागरिक प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर आगे की रणनीति बनाई।
बाढ़ प्रभावित गांव में पहुंचते ही शुरू किया बचाव कार्य
सेना की टीम 5:50 बजे खड़की गांव पहुंची और बिना समय गंवाए बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया। राहत अभियान में सबसे पहले बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को प्राथमिकता दी गई।
भारतीय सेना नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर इस आपदा से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। लगातार हो रही बारिश और जलस्तर में वृद्धि के बावजूद राहत दल पूरी निष्ठा के साथ अपने कार्य में जुटा है।
भारतीय सेना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि वह सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा नहीं करती, बल्कि देश के नागरिकों की सुरक्षा और सहायता में भी अग्रणी भूमिका निभाती है। सेना के प्रवक्ता ने कहा, "भारतीय सेना हर प्राकृतिक आपदा और आपात स्थिति में अपने नागरिकों को हर संभव मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर है।
यह भी पढ़ें:
जंगल में बेहोश होकर गिरे...गनर लिपट गया ! IAS अधिकारी की बाल-बाल बची जान ?
65 हजार फीट ऊंची उड़ान...रडार भी नाकाम ! कैसा होगा भारत का दूसरा स्वदेशी लडाकू विमान?