महाकुंभ 2025: समापन के साथ बने 3 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, सरकार की ये उपलब्धियां रहीं खास
प्रयागराज में 45 दिनों तक चले महाकुंभ 2025 का औपचारिक समापन हो गया है। यह आयोजन न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के सबसे भव्य और ऐतिहासिक आयोजनों में से एक साबित हुआ। इस महापर्व के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई, सरकार ने इसे सफल बनाने के लिए अभूतपूर्व व्यवस्थाएं कीं और समापन होते होते महाकुंभ 2025 ने तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम किए।
महाकुंभ 2025 में बने तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
महाकुंभ 2025 ने तीन विश्व रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया। ये रिकॉर्ड न केवल भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता को दर्शाते हैं, बल्कि सामूहिक प्रयास और प्रशासनिक कुशलता का भी परिचय देते हैं।
1.गंगा सफाई अभियान में नया कीर्तिमान: गंगा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए आयोजित सफाई अभियान में 360 लोगों ने 4 अलग-अलग स्थानों पर सफाई कर नया रिकॉर्ड बनाया। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण और नदी स्वच्छता के प्रति लोगों की जागरूकता को दर्शाता है।
2.दुनिया का सबसे बड़ा हैंड पेंटिंग आयोजन: महाकुंभ 2025 में 10,102 लोगों ने हैंड पेंटिंग में भाग लेकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। यह आयोजन कला और संस्कृति के प्रति लोगों के प्रेम को दर्शाता है।
3.सबसे बड़े सामूहिक झाड़ू अभियान में नया विश्व रिकॉर्ड: 19,000 लोगों ने एक साथ झाड़ू लगाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। यह अभियान स्वच्छता और सामूहिक प्रयास का एक अनूठा उदाहरण है।
समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी और PM मोदी का संदेश
समापन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं, संतों और प्रयागराजवासियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ भारत की संस्कृति, आध्यात्मिक शक्ति और प्रशासनिक क्षमता का अद्भुत संगम था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर महाकुंभ को "एकता का महायज्ञ" करार दिया।
महाकुंभ संपन्न हुआ...एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में पूरे 45 दिनों तक जिस प्रकार 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ी, वो अभिभूत करता है! महाकुंभ के पूर्ण होने पर जो विचार मन में आए, उन्हें मैंने कलमबद्ध करने का… pic.twitter.com/TgzdUuzuGI
— Narendra Modi (@narendramodi) February 27, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि इस आयोजन ने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को और मजबूत किया है।
66 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
महाकुंभ 2025 में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के 50 से अधिक देशों से आए श्रद्धालुओं ने भी संगम में डुबकी लगाई। इस आयोजन में 66 करोड़ से अधिक लोगों ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया, जो भारत की कुल जनसंख्या का लगभग आधा हिस्सा है। यह आंकड़ा महाकुंभ को विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन बना देता है।
कल्पवास और अंतरराष्ट्रीय भागीदारी
इस बार महाकुंभ में 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कल्पवास किया। कल्पवासियों ने संगम तट पर महीनों तक भक्ति, ध्यान और तपस्या में समय बिताया। नेपाल, भूटान, अमेरिका, इंग्लैंड, जापान समेत कई देशों से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे और इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बने।
भारतीय रेलवे की ऐतिहासिक उपलब्धियां
महाकुंभ 2025 की सफलता में भारतीय रेलवे की भूमिका भी बेहद अहम रही। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ऐतिहासिक व्यवस्थाएं कीं। रेलवे ने 16,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाईं, जिससे 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के प्रयागराज पहुंचे। महाकुंभ की तैयारी ढाई साल पहले शुरू हुई थी, जिसमें रेलवे ने 5000 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके तहत 21 से अधिक फ्लाईओवर, अंडरपास और गंगा पर एक नया पुल बनाया गया।
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