भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने के सवाल पर जावेद अख्तर ने दी प्रतिक्रिया, बोले- 'सवाल ही नहीं उठता'
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर पूरी दुनिया रोष प्रकट कर रही है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों के मारे जाने के बाद भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के काम न करने की मांग एक बार फिर से तेज हो गई है। इसके चलते, पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की बॉलीवुड फिल्म 'अबीर गुलाल' को भी भारत में रिलीज होने से रोक दिया गया है। अब, इसी मुद्दे पर गीतकार जावेद अख्तर ने प्रतिक्रिया दी है।
जावेद अख्तर ने भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर की बात
भारत में पाकिस्तानी कलाकारों को काम करने देना चाहिए या नहीं, इस सवाल पर 'पीटीआई-भाषा' से बातचीत के दौरान जावेद अख्तर ने कहा, ''इस बारे में बेहतर वक्त में सोचा जा सकता है और उम्मीद है कि कुछ सालों के बाद थोड़ी समझ पैदा होगी। अगर पाकिस्तान के प्रतिष्ठान का भारत के लिए बेहतर रवैया होगा, तब इस पर सोचा जा सकता है। लेकिन फिलहाल, ये सवाल ही पैदा नहीं होता, ये मुमकिन नहीं है।''
VIDEO | When asked about whether Pakistani artists should be allowed in India, lyricist Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) says, "The first question should be whether we should allow the Pakistani artists here. There are two answers, both of them are equally logical. It has been a… pic.twitter.com/ox9b3CfbLy
— Press Trust of India (@PTI_News) April 29, 2025
'अबीर गुलाल' की रिलीज रोकने पर जावेद की प्रतिक्रिया
इसके अलावा, जावेद से फवाद खान की फिल्म 'अबीर गुलाल' की रिलीज को बैन कर दिए जाने पर भी उनकी प्रतिक्रिया ली गई। इस बारे में उन्होंने कहा, ''खास तौर पर हाल में जो कुछ भी हुआ, उसके बाद इस वक्त यह चर्चा का विषय भी नहीं होना चाहिए, पहलगाम में जो कुछ हुआ है, उसके कारण शायद ही कोई दोस्ताना भावना या गर्मजोशी है। सवाल ये होना चाहिए कि क्या हमें पाकिस्तानी कलाकारों को यहां काम करने की इजाजत देनी चाहिए?''
जावेद अख्तर ने आगे यह भी कहा कि भारत ने पाकिस्तानी कलाकारों का हमेशा दिल खोलकर स्वागत किया है, लेकिन बदले में पाकिस्तान ने भारत के साथ वैसा सुलूक नहीं किया। वह कहते हैं, ''नुसरत फतेह अली खान, मेहदी हसन, गुलाम अली और नूरजहां जैसे पाकिस्तानी कलाकारों का भारत में भारतीय अधिकारियों ने दिल खोलकर वेलकम किया था, लेकिन पाकिस्तान ने वैसा नहीं किया।'' साथ ही जावेद ने यह भी बताया कि फैज अहमद फैज जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान भारत आए थे, तब उनके साथ राष्ट्राध्यक्ष जैसा बर्ताव किया गय था।''
'पाकिस्तान से कभी रिस्पॉन्स नहीं मिला'
अपने इंटरव्यू में आगे जावेद अख्तर ने कहा, ''मैं पाकिस्तान के लोगों से शिकायत नहीं करूंगा, क्योंकि वे दिवंगत गायिका लता मंगेशकर को काफी पसंद करते थे। वह पाकिस्तान में भी काफी पॉपुलर थीं। वे उनकी तारीफ करते थे, लेकिन कुछ रुकावटें थीं और रुकावटें व्यवस्था में थीं, जिसकी वजह से उन्होंने कभी पाकिस्तान में परफॉर्म नहीं किया। जब बर्ताव सिर्फ एकतरफा होता है, तो एक वक्त के बाद लोग ऊब ही जाते हैं। ये बिल्कुल बराबरी का होना चाहिए। हमें आपसे (पाकिस्तान) कोई रिस्पॉन्स नहीं मिलता, लेकिन यह कब तक चलता रहेगा?''
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 पर्यटकों को आतंकियों ने धर्म पूछकर गोली मार दी थी। मरने वाले सभी हिंदू थे। ऐसे में पूरे देश में पाकिस्तान के लिए खिलाफ गुस्सा भरा हुआ है।
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