नेशनलराजनीतिमनोरंजनखेलहेल्थ & लाइफ स्टाइलधर्म भक्तिटेक्नोलॉजीइंटरनेशनलबिजनेसआईपीएल 2025चुनाव

International: भारत से मुंह की खाने के बाद ईरान की दहलीज पर पाकिस्तान, खामेनेई ने दिखाया 'ठेंगा'

International: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल असीम मुनीर ईरान के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करने के लिए तेहरान पहुंचे हैं।
06:11 PM May 27, 2025 IST | Pushpendra Trivedi
International: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल असीम मुनीर ईरान के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करने के लिए तेहरान पहुंचे हैं।
featuredImage featuredImage

International: भारत से मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान ईरान की दहलीज पर पहुंचा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल असीम मुनीर ईरान के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करने के लिए तेहरान पहुंचे हैं। पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और असीम मुनीर ने ईरान के सुप्रीम लीडर से भी मुलाकात की और भारत के साथ हाल ही में हुए संघर्षों का मुद्दा उठाया। हालांकि भारत के मामले में ईरान से पाकिस्तान के हाथ कुछ नहीं लगा।

पाक की ईरान के करीबी क्यों?

भारत पाक संघर्ष को लेकर ईरान ने बहुत ही नपी-तुली प्रतिक्रिया दी है। सुप्रीम लीडर खामेनेई ने एक्स पर कहा, "हम पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष के खत्म होने से खुश हैं और उम्मीद करते हैं कि दोनों मुल्कों के बीच मतभेद सुलझ जाएंगे।" ईरानी सरकारी मीडिया IRNA ने बताया कि ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी युद्धविराम के लिए ईरान का समर्थन व्यक्त किया और विवादों को सुलझाने और अमन को बढ़ावा देने के लिए बातचीत की गुजारिश की है।

ईरान की सरकारी न्यूज तेहरान टाइम्स के मुताबिक, तेहरान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अयातुल्ला अली खामेनेई ने यह मानते हैं कि इजरायल और फलस्तीन के मुद्दे पर पाकिस्तान पश्चिमी देशों के दबाव में नहीं आया। शहबाज शरीफ के साथ बैठक में उन्होंने कहा, "हाल के साल में कई इस्लामी देशों ने इजरायली शासन के आगे घुटने टेक दिए हैं। पाकिस्तान उनमें अब तक अड़ा रहा है। फिलिस्तीन का मुद्दा इस्लामी दुनिया की सबसे बड़ी चिंता है।"

पाक और ईरान के रिश्तों में खटास

गौरतलब है कि भारत और ईरान के रिश्ते ऐताहासिक और सांस्कृतिक रहे हैं। वहीं पाकिस्तान और ईरान के रिश्ते हमेशा ही सर्द रहे हैं। पिछले साल ही ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने पाकिस्तान की ब्लूचिस्तान इलाके में आतंकियों कैंपों पर मिसाइल दागे थे। इसके बाद पाकिस्तान ने खूब हाय-तौबा मचाई थी। भारत के साथ हालिया संघर्ष के बाद पाकिस्तान को उम्मीद थी मुस्लिम देश उसके साथ खड़े होंगे। लेकिन कुछ देशों को छोड़कर लगभग सारे देशों ने पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया। इसके बाद पाकिस्तान के पीएम और सेना प्रमुख खाड़ी देशों के अपने साथ लाने की मंशा से हर देश में जाकर समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें: Bihar: तेजप्रताप विवाद पर तेजस्वी यादव का पहला रिएक्शन ! लालू यादव के फैसले पर क्या बोले ?

यह भी पढ़ें: बिहार में चुनाव आ रहा है...शुभकामनाएं ! तेजस्वी के बेटे के जन्म पर क्या बोलीं ममता बनर्जी ?

Tags :
Asim Munir Iran meetingAyatollah Ali Khamenei PakistanGaza factor Iran PakistanIndia-Pakistan ConflictinternationalIrans stance on KashmirPak PM seeks Iranian supportPakistan foreign policyPakistan Iran relationsShahbaz Sharif Iran visitTehran Islamabad relations

ट्रेंडिंग खबरें