ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान का बड़ा हमला फेल, 600 ड्रोन और मिसाइलों को BSF ने ऐसे रोका था
भारत की ओर से अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए एक बड़ा हमला किया। मिसाइलें, ड्रोन, टैंक और भारी तोपों के साथ पाकिस्तान ने गुजरात और राजस्थान की सीमाओं पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों की सतर्कता और दमदार जवाब से उसका हर दांव उल्टा पड़ गया।
बीएसएफ अधिकारी ने किया पाक हमले का खुलासा
बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के वरिष्ठ अधिकारी और गुजरात फ्रंटियर के आईजी अभिषेक पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बड़े खुलासे से सबको चौंका दिया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद गुजरात की सीमा में करीब 600 ड्रोन भेजे, जिनमें से 200 ड्रोन गुजरात क्षेत्र में दाखिल हो गए थे, लेकिन हमारी सेना और वायुसेना ने उन्हें समय रहते मार गिराया और किसी भी नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान को नुकसान नहीं होने दिया।
ड्रोन, मिसाइल और टैंकों से हमला, फिर भी भारत रहा एक कदम आगे
राजस्थान के बाड़मेर से लेकर गुजरात के कच्छ जिले तक फैली भारत-पाक सीमा पर तैनात बीएसएफ ने हमले के हर कदम पर नजर रखी और सेना के साथ मिलकर पाकिस्तान की हर हरकत को फेल किया। पाठक ने बताया, “हमने सिर्फ हमला नहीं रोका, बल्कि हर गतिविधि का विश्लेषण भी किया है ताकि अगली बार हमारी प्रतिक्रिया और भी सटीक हो।” पाकिस्तान ने इस हमले के दौरान भारी टैंक और तोपों को भी तैनात किया था, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों की तैयारियों के सामने उसका ये प्रयास नाकाम साबित हुआ।
ऑपरेशन सिंदूर: दुश्मन की धरती पर करारा प्रहार
ऑपरेशन सिंदूर वो जवाबी कार्रवाई थी जिसमें भारतीय सेना ने न केवल सीमाओं की रक्षा की, बल्कि दुश्मन के घर में घुसकर आतंकवाद की जड़ें हिला दीं। इस ऑपरेशन में 160 से ज्यादा आतंकवादी और पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, जिनमें से कई जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के रिश्तेदार भी शामिल थे। खास बात यह रही कि ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ बहावलपुर में सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ। यहां 20 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें से कई पाकिस्तानी सेना के सहयोगी भी थे। पाकिस्तान की सेना को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि, उन्होंने सिर्फ 11 सैनिकों की मौत और 78 के घायल होने की बात स्वीकार की है, लेकिन असल आंकड़ा 35 से 40 सैनिकों के मारे जाने का बताया जा रहा है।
चौकस भारत, चित पाकिस्तान
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत अब केवल रक्षात्मक नहीं, बल्कि जरूरत पड़ने पर आक्रामक रणनीति अपनाने में भी सक्षम है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की हड़बड़ाहट, और फिर उसका हमला — दोनों ने यह दिखाया कि भारत की सुरक्षा नीति अब पूरी तरह बदल चुकी है। भारतीय सेना और बीएसएफ की ये सफलता न सिर्फ एक सैन्य जीत है, बल्कि ये उन लोगों के लिए भी चेतावनी है जो भारत की तरफ आंख उठाकर देखते हैं।
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