खाड़ी देशों से आयात वाले सामान पर भारत की पैनी नजर, पाकिस्तान चल सकता है चाल
नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद ट्रेड स्ट्राइक करते हुए भारत ने पाक से सभी तरह के ट्रेड संबंध तोड़ दिए थे. भारत ने सुनिश्चित कर दिया था कि किसी तीसरे रुट से भी भारत में पाकिस्तान का सामान नहीं आएगा और न ही यहां से बाहर जायेगा. अब भारत को लगता है कि कहीं पाकिस्तान ऐसे में कोई खेल न कर दे और कहीं अपना सामान भारत न भेज दे तो भारत सरकार ने यूएई, ईरान और अन्य खाड़ी देशों से आने वाले सामान पर कड़ी निगरानी बढ़ा दी है. कुछ ट्रांसशिपमेंट हब पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पाकिस्तान से कोई भी सामान इन रास्तों से होकर भारत में प्रवेश न करे.
हो रही सख्त जांच
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी आयातित सामान पर लगे लेबल और उसकी उत्पत्ति के नियमों की सख्ती से जांच कर रहे हैं. भारत पहले भी यूएई से यह चिंता जता चुका है कि पाकिस्तान से आने वाली खजूर यूएई के माध्यम से भारत पहुंच रही है, जो भारत-यूएई कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (CEPA) का गलत इस्तेमाल है. पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से आने वाले सभी सामानों पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसमें वह सामान भी शामिल है जो तीसरे देशों के माध्यम से भारत में पहुंचता था. पाकिस्तान ने भी भारत के साथ सभी व्यापारिक संबंध तोड़ दिए हैं, जिसमें तीसरे देशों के माध्यम से व्यापार शामिल है.
इतना हुआ था कारोबार
वित्त वर्ष 2025 में भारत का यूएई को निर्यात 36.63 अरब डॉलर था, जबकि आयात 63.42 अरब डॉलर रहा. अप्रैल-फरवरी 2025 के दौरान भारत ने 270.4 मिलियन डॉलर की खजूर का आयात किया, जिसमें से 123.82 मिलियन डॉलर का खजूर यूएई से आया. वहीं, जुलाई 2024 से फरवरी 2025 के बीच पाकिस्तान का यूएई को निर्यात 28% बढ़कर 1.2 बिलियन डॉलर हो गया.
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