Gurdaspur Blackout: आज से 8 घंटों के लिए अंधेरे में डूबा रहेगा देश का ये जिला, 2 जगहों को छोड़कर होगा फुल ब्लैकआउट
Gurdaspur Blackout: ऑपरेशन सिंदूर के बीच पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव को देखते हुए पंजाब के सरहदी जिले गुरदासपुर में रात को पूर्ण रूप से ब्लैकआउट ऐलान कर दिया गया। यह फैसला सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए लिया गया पहला बड़ा नागरिक कदम है। इस संबंध में गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर ने आदेश जारी करते हुए कहा कि हर रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक ब्लैकआउट रहेगा, यह ब्लैक आउट तब तक जारी रहेगा जब तक कि इस संबंध में अगला आदेश जारी ना कर दिया जाए।
यहां रहेगा ब्लैक आउट
हालांकि, गुरदासपुर प्रशासन ने अस्पताल और सेंट्रल जेल को ब्लैकआउट से छूट दी गई है। लेकिन, उन्हें भी अपने दरवाजे और खिड़कियां बंद रखनी होंगी, ताकि अंदर की रोशनी बाहर न निकले। इससे ये साफ हो जाता है कि गुरदासपुर जिले में अस्पताल और जेल को छोड़कर सभी जगहों पर अंधेरा छाया रहेगा। सभी निवासियों और दुकानदारों से कहा गया है कि वे इस आदेश का सख्ती से पालन करें और सुनिश्चित करें कि रात के समय किसी भी प्रकार की बाहरी रोशनी न दिखे।
गुरुदासपुर है काफी अहम
पंजाब के अंदर गुरदासपुर एक अहम जिलों में आता है। यह जिला ब्यास और रावी नदियों के बीच में मौजूद है। पंजाब के इसी जिले का संपर्क जम्मू-कश्मीर से बना हुआ है। इसके अलावा कश्मीर की तरफ जाने वाला मुख्य रास्ता भी से गुजरता है। इसके अलावा कांगड़ा घाटी की तरफ भी यहां से जाया जाता है। गुरदासपुर के पास रंजीत सागर (रावी पर) और पोंग डैम (ब्यास पर) जैसे दो बड़े बांध भी हैं, जो देश के लिए बेहद अहम हैं।
इसलिए इस जगह को सुरक्षित रखना कई मामलों में जरूरी है। आजादी के समय 17 अगस्त 1947 तक ऐसा माना जा रहा था कि गुरदासपुर पाकिस्तान का हिस्सा बनेगा, लेकिन रेडक्लिफ के अंतिम समय में बदले फैसले और वायसराय माउंटबेटन के जरिए देरी से फैसले का ऐलान करने की वजह से यह जगह भारत में ही रह गई।
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