इन आदतों से करें अपने दिन की शुरुआत शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहेगा अच्छा
Good Lifestyle: स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का घर होता है। व्यक्ति का स्वास्थ्य ही उसका सबसे बड़ा धन होता है, इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए। लेकिन इन सबमें ध्यान देने वाली बात यह है कि केवल बाहर से फिट दिखना ही जरूरी नहीं है, बल्कि आपको मानसिक और आंतरिक रूप से भी स्वस्थ होना चाहिए। शारीरिक रूप से स्वस्थ रहकर आप एक अच्छा जीवन जी सकते हैं।
स्वस्थ रहने के लिए जीवनशैली में ये बदलाव करें
संतुलित आहार लें
आप दिन भर जो खाते हैं उसका असर आपके शरीर पर पड़ता है, इसलिए हमेशा संतुलित आहार खाने की कोशिश करें। आपके आहार में सभी विटामिन, खनिज और अन्य पोषक तत्वों का संतुलित मात्रा में होना बहुत ज़रूरी है। इसके साथ ही, रोज़ाना कम से कम 4 लीटर पानी पिएँ। अपने आहार में पत्तेदार सब्ज़ियाँ और ताज़े फल शामिल करें। सुबह नाश्ता ज़रूर करें।
सिस्टमैटिक लाइफस्टाइल
स्वस्थ रहने के लिए व्यवस्थित जीवनशैली अपनाना बहुत ज़रूरी है। आपको शारीरिक रूप से सक्रिय रहना चाहिए और घर के कामों में हाथ बँटाना चाहिए। कोशिश करें कि ज़्यादा देर तक बैठे या सोएँ नहीं, क्योंकि इससे मोटापा बढ़ सकता है और कई बीमारियाँ हो सकती हैं। रोज़ सुबह उठना, दाँत साफ करना, नहाना और पौष्टिक खाना खाना एक मुश्किल काम लग सकता है, लेकिन शरीर को साफ रखना स्वस्थ रहने का पहला कदम है। आपको नियमित रूप से नहाना चाहिए, अपने नाखून काटते रहना चाहिए, सोने का समय तय करना चाहिए और हर दिन 7 घंटे सोना चाहिए रात को देर तक न जागें।
नियमित व्यायाम करें (Good Lifestyle)
आजकल लोगों के जीवन में बहुत तनाव है, जो कई तरह की बीमारियों का कारण बनता है। ऐसे में नियमित व्यायाम, योग और प्राणायाम करके आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। नियमित जांच करवाएं: स्वस्थ रहने के लिए आपको हर महीने अपने शरीर की जांच करवानी चाहिए, इससे आप किसी भी बीमारी को शुरुआती दौर में ही पहचान सकते हैं और उसके अनुसार इलाज करवाकर स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
नशीले पदार्थों का सेवन न करें
धूम्रपान या शराब का सेवन आपके फेफड़ों और लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है। इतना ही नहीं, धूम्रपान आपकी त्वचा को भी नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे आप समय से पहले बूढ़े दिखने लगते हैं। इसलिए ऐसे नशीले पदार्थों से बचें। मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें: एक व्यक्ति तभी स्वस्थ रह सकता है, जब वह शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ हो। क्योंकि तभी आप किसी भी काम में अपना शत-प्रतिशत दे पाएंगे और खुश रह पाएंगे। इसलिए आपको सकारात्मक सोचना चाहिए और मेडिटेशन करना चाहिए।
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