पाकिस्तानी जासूस कासिम के बाद उसके भाई असीम को भी पुलिस ने पकड़ा, ISI से निकला कनेक्शन
Crime News: राजस्थान के डीग से कुछ दिनों पहले ISI के एजेंट कासिम को पकड़ा गया था। वहीं अब कासिम के भाई असीम को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने डिटेन किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने असीम को राजस्थान से हिरासत में लिया है। हालांकि असीम की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। असीम पर भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने का शक है।
असीम के जरिए कासिम तक पहुंची ISI
वहीं असीम को डिटेन करने के बाद अभी उससे पूछताछ की जा रही है, ताकि पता चल सके कि क्या वो भी पहले से पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। यह भी जानकारी मिली है कि ISI के लोगों ने असीम के जरिए ही कासिम को अपने जाल में फंसाया था। कासिम मौलवी है, इसलिए कहा गया कि वो जासूसी करेगा तो किसी को शक नहीं होगा। फिलहाल अब दोनों से पूछताछ जारी है।
कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया गया कासिम
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां भारत के विभिन्न शहरों से पाकिस्तान से जुड़े जासूसों को गिरफ्तार कर रही हैं। इसी क्रम में सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में राजस्थान से कासिम नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था। कासिम फिलहाल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में है और उससे पाकिस्तान से जुड़े कनेक्शन को लेकर लगातार पूछताछ की जा रही है।
कासिम ने पूछताछ में क्या खुलासे किए?
वहीं दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में पूछताछ के दौरान कासिम ने बड़े खुलासे किए हैं। उसने बताया कि उसे लाहौर के आर्मी कैंप में ट्रेनिंग दी गई थी। उसे ISI के 3 अफसरों ने ट्रेनिंग दी थी। वहीं जांच में यह भी सामने आया है कि ISI के तीन अधिकारी कासिम समेत कुछ आरोपियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग दे रहे थे। इनमें से दो ISI अधिकारियों का कोड नेम शाहजी और ताऊजी था, जो ट्रेनिंग देने में शामिल थे। वहीं एक ISI अधिकारी की पहचान वकास के तौर हुई है।
ISI से कैसे जुड़े कासिम और असीम के तार?
कासिम से पूछताछ के आधार पर ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम असीम की तलाश कर रही थी। अब असीम भी हिरासत में ले लिया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है, जिसमें कई और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। असीम ही ISI के हैंडलर्स को सीक्रेट जानकारी पहुंचा रहा था। इसके अलावा ये अलवर के आर्मी स्टेशन की भी रेकी करता था। आर्मी की गाड़ियों की मूवमेंट की तस्वीरें खींचने से लेकर उनके हर मूवमेंट को ये नोट कर रहा था। असीम पिछले करीब 4 साल से पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। स्पेशल सेल ने अब असीम के फोन के डेटा को रिट्रीव कराने के लिए लैब में भेजा है, ताकि असीम की व्हाट्सएप चैट और डेटा निकाला जा सके। इससे ये पता लगाया जा सकेगा कि असीम ने पाकिस्तान में अपने हैंडलर को क्या-क्या जानकारी भेजी थी?
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