CAPF और असम राइफल्स के जवानों को रिटायरमेंट पर तोहफा, मिलेगा मानद रैंक!
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और असम राइफल्स में देश की सेवा करने वाले जवानों के लिए खुशखबरी! अब रिटायरमेंट के दिन उन्हें एक मानद रैंक मिलेगा, जो उनके मौजूदा रैंक से एक लेवल ऊपर होगा। गृह मंत्रालय ने 30 मई 2025 को एक सर्कुलर जारी कर इसकी घोषणा की। ये फैसला पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में लिया गया है, ताकि जवानों का हौसला, सम्मान और गर्व और बढ़े। आइए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं।
रिटायरमेंट पर मानद रैंक का तोहफा
इस नई योजना के तहत, CAPF और असम राइफल्स में कांस्टेबल से लेकर सब-इंस्पेक्टर तक के जवान, और असम राइफल्स में राइफलमैन से नायब सूबेदार तक के कर्मियों को रिटायरमेंट के आखिरी दिन एक स्टेप ऊपर का मानद रैंक दिया जाएगा। ये रैंक सिर्फ सम्मान के लिए होगा, यानी इसमें कोई अतिरिक्त पैसे या पेंशन का फायदा नहीं मिलेगा। लेकिन ये उन जवानों के लिए बड़ा गर्व का मौका है, जिन्होंने सालों तक देश की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी।
कौन ले सकता है इस स्कीम का फायदा?
ये सुविधा सिर्फ उन कर्मियों के लिए है, जो अधिकारी रैंक से नीचे हैं। मतलब, CAPF में कांस्टेबल से सब-इंस्पेक्टर तक और असम राइफल्स में राइफलमैन से नायब सूबेदार तक के जवान इसके हकदार होंगे। लेकिन ध्यान रहे, ये मानद रैंक सिर्फ उसी कैटेगरी में दिया जाएगा, जिसमें जवान पहले से काम कर रहा है।
क्या हैं पात्रता की शर्तें?
मानद रैंक पाने के लिए कुछ नियम पूरे करने होंगे:
जवान का सर्विस रिकॉर्ड बिल्कुल साफ होना चाहिए।
पिछले 5 साल की परफॉर्मेंस रिपोर्ट (APAR) में कम से कम "गुड" रेटिंग होनी चाहिए।
बीते 5 साल में कोई बड़ी सजा नहीं मिली हो।
ईमानदारी पर कोई सवाल नहीं उठना चाहिए।
विभागीय जांच और सतर्कता (Vigilance) से फाइनल अप्रूवल जरूरी है।
कमांडिंग ऑफिसर की सिफारिश के बाद ही ये रैंक मिलेगा।
ये रैंक रिटायरमेंट के दिन से लागू होगा और इससे जवानों की आपसी सीनियॉरिटी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
जवानों के सम्मान में बड़ा कदम
ये योजना जवानों के लिए एक तरह से सरकार का सलाम है। भले ही इसमें पैसों का फायदा न हो, लेकिन देश की सेवा करने वाले इन नायकों के लिए ये मानद रैंक गर्व और सम्मान का प्रतीक है। ये कदम न सिर्फ जवानों का मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि ये भी दिखाता है कि सरकार उनकी मेहनत और समर्पण को कितना वैल्यू देती है।