सेना के साथ भिड़ंत के बाद मोहम्मद यूनुस का इस्तीफा तय, बांग्लादेश में सत्ता का खेल गरमाया!
Bangladesh Crisis :बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने हताशा में इस्तीफा देने की धमकी दी है। यह धमकी गुरुवार को बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों और एक दिन पहले सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान द्वारा दी गई कड़ी चेतावनी के बाद दी गई है। (Bangladesh Crisis)इस बीच छात्र नेता युवाओं और इस्लामवादियों को ढाका में विरोध प्रदर्शन करने और सेना छावनी तक मार्च करने के लिए लामबंद कर रहे हैं।सरकारी विभागों के सूत्रों और सोशल मीडिया पर पोस्ट के अनुसार शुक्रवार की नमाज के बाद बवाल हो सकता है।
जानिए क्यों इस्तीफा देना चाहते हैं यूनुस?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मोहम्मद यूनुस का कहना है कि उनका राजनीतिक पार्टियों के साथ मिलकर काम करना मुश्किल होता जा रहा है। इस बीच छात्र नेता और नेशनल सिटिजन पार्टी के प्रमुख नाहिद इस्लाम ने मोहम्मद यूनुस के इस्तीफे की बात को लेकर कहा कि हम सुबह से यह खबर सुन रहे हैं। इसलिए मैं उनसे इस मामले पर चर्चा करने गया था। वहीं नाहिद इस्लाम ने कहा, "मोहम्मद यूनुस इस्तीफे के बारे में सोच रहे हैं और वह बंधक जैसा महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि वह मौजूदा स्थिति में काम नहीं कर सकते हैं।" उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस का कहना है कि जब तक राजनीतिक दल आम सहमति तक नहीं पहुंचते, वह काम नहीं कर पाएंगे।
सेना प्रमुख ने दिया अल्टीमेटम
नाहिद इस्लाम ने कहा कि अगर यूनुस को समर्थन नहीं मिलेगा तो उनका पद पर बने रहने का तर्क नहीं है। अगर राजनीतिक पार्टी चाहती है कि वह अभी इस्तीफा दें तो वह क्यों रुकेंगे, जब उन्हें किसी भी तरह का आश्वासन नहीं मिलेगा।
सेना प्रमुख ने दिया अल्टीमेटम बता दें, इससे एक दिन पहले बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने मोहम्मद यूनुस को कड़ी चेतावनी देते हुए दिसंबर तक चुनाव कराने का अल्टीमेटम दिया था। पिछले साल अगस्त में बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट और भागकर भारत आ जाने के बाद मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुखिया बनाया गया था।
ये भी पढ़ें:
दिल्ली-NCR और यूपी में बारिश का अलर्ट, गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद, पहाड़ों पर तेज बदलाव!
डायलिसिस के बीच CBI का वार, सत्यपाल मलिक पर चार्जशीट की मार, बढ़ीं कानूनी आफतें!