बसवराजू से शंकर राव तक… 14 महीने में इतने नक्सलियों का हुआ थात्मा, अब हिड़मा की बारी
Naxal Encounter: केंद्र सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ साल 2024 में बड़े अभियान की शुरुआत की थी. इसका मकसद माओवादी (नक्सली) विद्रोह खत्म करना है. इसी कड़ी में बुधवार को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली. मुठभेड़ में 26 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं. 14 महीने में 400 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं. बुधवार को हुई मुठभेड़ में नंवबल्ला केशव राव उर्फ बसवराजू मारा गया है, जिसका खात्मा सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है. उसके सिर पर 1.5 करोड़ रुपये का इनाम था. वो 2010 के दंतेवाड़ा हमले और 2013 के झीरम घाटी नरसंहार का मास्टरमाइंड था.
इससे पहले 16 अप्रैल 2024 को कांकेर जिले में मारे गए 29 नक्सलियों में नक्सलियों के लीडर शंकर राव का भी खात्मा हुआ था. उसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था. वहीं, जनवरी 2025 में बीजापुर में नक्सली चालापति मारा गया था, उसके सिर पर 90 लाख रुपये का इनाम था. इससे पहले 18 नवंबर 2024 को कर्नाटक के उडुपी जिले के हेबरी क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने विक्रम गौड़ा को मार गिराया था. वो दक्षिण भारत में नक्सलवाद का सरगना था. बड़े नक्सलियों में अब बारी है माड़वी हिड़मा की. वो देश का सबसे कुख्यात और नक्सलियों का नेता है. वो 2010 में ताड़मेटला हमले का मास्टरमाइंड है. इस हमले में सीआरपीएफ के 76 जवानों शहीद हुए थे.
लाल आतंक से तौबा कर रहे हैं नक्सली
नंवबल्ला केशव राव उर्फ बसवराजू के खात्मे को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि नक्सलवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के तीन दशकों में यह पहली बार है कि हमारे सुरक्षाबलों द्वारा एक महासचिव स्तर के नक्सली को मार गिराया गया है. गृह मंत्री अमित शाह दो टूक कह चुके हैं मार्च 2026 तक भारत नक्सलवाद मुक्त होगा. उनके इस ऐलान के बाद से नक्सलवाद का सफाया लगातार जारी है.
नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई
बुधवार को नक्सलवाद के खिलाफ मिली सफलता पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, जब से हम सरकार में आए हैं, नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं. 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को समाप्त करने की दिशा में हमारे जवान आगे बढ़ रहे हैं. नारायणपुर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चल रहा है, जिसमें 27 नक्सलियों को हमारे जवानों ने मार गिराया है. इसमें एक बड़ा इनामी नक्सली शामिल है.
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