अजित डोभाल का गजब कारनामा: भिखारी बनकर पाकिस्तान के परमाणु प्लान का भंडाफोड़, वायरल हुई कहानी
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को 'भारत का जेम्स बॉन्ड' यूं ही नहीं कहते। उनके जासूसी के किस्से ऐसे हैं कि सुनकर पाकिस्तान आज भी थर-थर कांपता है। एक बार तो डोभाल ने भिखारी बनकर पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का राज़ खोल दिया और उनका प्लान कई सालों के लिए धराशायी कर दिया। आइए, आपको बताते हैं ये रोमांचक कहानी।
डोभाल का जासूसी वाला जलवा
अजित डोभाल का नाम सुनते ही पाकिस्तान के होश उड़ जाते हैं। क्यों? क्योंकि इस शख्स ने अपनी 37 साल की नौकरी में 30 साल जासूसी में बिताए और सिर्फ 7 साल वर्दी पहनी। कहते हैं कि जब भी भारत को पाकिस्तान को सबक सिखाना होता है, तो डोभाल के दिमाग से निकलता है कोई न कोई मास्टरप्लान। उनके जुनून का आलम ये है कि मिशन पूरा करने के लिए वो किसी भी हद तक जा सकते हैं। ऐसा ही एक कारनामा था, जब उन्होंने पाकिस्तान के परमाणु प्रोग्राम का भंडाफोड़ कर दिया।
जब पाकिस्तान ने बनाया परमाणु हथियार का प्लान
1972 में जब भारत ने पोखरण में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया, तो अमेरिका और पाकिस्तान, दोनों के पसीने छूट गए। पाकिस्तान तो इतना बौखला गया कि उसने फ्रांस और चीन से मदद मांगकर परमाणु हथियार बनाने की ठान ली। फ्रांस को जब पता चला कि पाकिस्तान का मकसद सिर्फ भारत को नीचा दिखाना है, तो उसने हाथ खींच लिया। लेकिन चीन और नॉर्थ कोरिया ने पाकिस्तान का साथ दिया। उस वक्त भारत की कमान इंदिरा गांधी के हाथों में थी। उन्हें खबर मिली कि पाकिस्तान के कहूता शहर में कुछ गड़बड़ चल रही है, लेकिन पक्की जानकारी नहीं थी। बस, फिर क्या, भारत का खुफिया तंत्र एक्टिव हो गया।
भिखारी बनकर पहुंचे
अजित डोभाल ने इस मिशन को अपने हाथ में लिया और कहूता शहर पहुंच गए। वहां वो रिसर्च सेंटर के बाहर भिखारी बनकर बैठने लगे। शक तो था कि यहीं परमाणु हथियार बन रहे हैं, लेकिन सबूत नहीं मिल रहा था। डोभाल ने हार नहीं मानी। उन्होंने रिसर्च सेंटर के वैज्ञानिकों का पीछा किया और उस नाई की दुकान को खोज निकाला, जहां वैज्ञानिक बाल कटवाने जाते थे। फिर क्या, डोभाल उस दुकान के बाहर भी भिखारी बनकर बैठ गए। वहां से वैज्ञानिकों के कटे हुए बालों के सैंपल इकट्ठा किए और खुफिया तरीके से भारत भेज दिए।
भारत ने खोला राज, पाकिस्तान का प्लान फेल
जब भारत में उन बालों की जांच हुई, तो पक्का हो गया कि कहूता में ही परमाणु परीक्षण चल रहा है। इस खबर ने पाकिस्तान में हड़कंप मचा दिया। वो भारत के खुफिया एजेंट्स को खोज-खोजकर मारने लगे, लेकिन डोभाल अपनी जान बचाकर वहां से निकल गए। भारत ने इस जानकारी का ऐसा इस्तेमाल किया कि पाकिस्तान का परमाणु प्रोग्राम कई सालों के लिए टल गया। इस कारनामे ने डोभाल को भारत का सुपर जासूस बना दिया।
ये कहानी कहां से?
ये सारी जानकारी सोशल मीडिया और विभिन्न न्यूज़ स्रोतों पर आधारित है। हम किसी दावे की पुष्टि नहीं करते, लेकिन डोभाल की इस कहानी ने लोगों को हैरान कर रखा है। उनकी जासूसी की कहानियां आज भी सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं।
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