अहमदाबाद में छात्र की मौत के बाद जबरदस्त हंगामा, गुस्साई भीड़ ने की स्कूल में तोड़फोड़
Ahmedabad Student Stabbing: अहमदाबाद के एक स्कूल में मंगलवार को एक बड़ी चौंकाने वाली घटना सामने आई। सेवेंथ डे स्कूल में एक आठवीं के छात्र ने दसवीं के छात्र पर चाकू से हमला कर हत्या कर दी। छात्र की मौत के बाद अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा किया है। स्कूल परिसर में पुलिस का काफिला तैनात कर दिया गया है। शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पनसेरिया ने भी इस घटना पर बयान दिया है। शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पनसेरिया ने कहा कि ''पूरी घटना की जाँच के आदेश दे दिए गए हैं। मैं मृतकों के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ।''
बड़ी संख्या में स्कूल पहुंचे अभिभावक, जमकर हुआ हंगामा
सेवेंथ डे स्कूल में आज छात्रों के बीच हुई मारपीट में दसवीं कक्षा के एक छात्र की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद बड़ी संख्या में अभिभावक स्कूल में घुस गए। स्कूल की पार्किंग में खड़ी बसों, कारों और अन्य वाहनों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। गुस्साए अभिभावकों ने प्रिंसिपल और शिक्षकों की पिटाई भी की। उन्होंने स्कूल की संपत्ति को भी नुकसान पहुँचाया। पुलिस की मौजूदगी में भी अभिभावक हंगामा करते रहे। अभिभावकों ने स्कूल के बाहर सड़क पर धरना भी दिया और यातायात जाम कर दिया।
शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पनसेरिया ने क्या कहा..?
सेवेंथ डे स्कूल हादसे पर शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पनसेरिया की प्रतिक्रिया सामने आई है। शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पनसेरिया ने कहा कि पूरी घटना की जाँच के आदेश दे दिए गए हैं। मैं मृतकों के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। यह घटना सामाजिक चिंतन और मनन का विषय है। एक छात्र द्वारा चाकू से हमला करना एक ख़तरे की घंटी है। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया देखकर बहादुरी का नाटक करने वाले छात्रों पर कड़ी नज़र रखी जानी चाहिए। हम आज अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए गए हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने घटना पर जताया दुख
अहमदाबाद के सेवेंथ डे स्कूल में छात्र की हत्या पर शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पनसेरिया के बयान के बाद अब कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता डॉ. मनीष दोशी ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि यह चिंता की बात है कि ये बच्चे कक्षा में हथियार लेकर आ रहे हैं। एक बच्चे की मृत्यु चिंता का विषय है। कक्षा में अहिंसा सहित गांधीवादी विचार पढ़ाए जाने चाहिए। सरकार और सामाजिक संस्थाओं को बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देना चाहिए।
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