भ्रष्टाचार में डूबे AAP विधायक, एसीबी ने रमन अरोड़ा को माखीजा संग दबोचा, पार्टी की बढ़ी मुश्किलें!
AAP MLA Raman Arora: पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार में एक और बड़ा राजनीतिक झटका सामने आया है। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने शुक्रवार देर रात जालंधर से AAP विधायक रमन अरोड़ा को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उनके साथ उनके करीबी सहयोगी महेश माखीजा को भी हिरासत में लिया गया है।
रमन अरोड़ा पर आरोप है कि उन्होंने जालंधर नगर निगम के एक अधिकारी के साथ मिलकर भ्रष्टाचार किया। विजिलेंस ब्यूरो ने जांच के दौरान इस साजिश का खुलासा किया, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया गया।(AAP MLA Raman Arora) बताया जा रहा है कि विधायक अरोड़ा ने निगम अधिकारी के साथ मिलकर अनुचित लाभ उठाया और कई मामलों में सरकारी प्रक्रियाओं की अनदेखी की। इस मामले की जांच काफी समय से चल रही थी, और जैसे ही पर्याप्त सबूत मिले, विजिलेंस टीम ने यह बड़ी कार्रवाई की।
घर से पुलिस को लाखों रुपए मिले...
गिरफ्तारी के बाद मखीजा को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया। यहां विजिलेंस ब्यूरो ने उसकी 7 दिन की रिमांड मांगी, लेकिन अदालत ने 4 दिन की न्यायिक रिमांड ही ग्रांट की। वहीं खबर के अनुसार, पुलिस इस मामले में रमन अरोड़ा के एक और करीबी को पकड़ने गई थी, लेकिन वह पहले ही अपने ठिकाने से फरार था। छापेमारी में उसके भी घर से पुलिस को लाखों रुपए मिले हैं। इससे पहले पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने 23 मई की सुबह जालंधर सेंट्रल के विधायक रमन अरोड़ा के घर छापा मारा था और उन्हें गिरफ्तार किया था। छापेमारी से 10 दिन पहले ही रमन अरोड़ा की सुरक्षा हटाई गई थी।
महेश माखीजा हिरासत में
रमन अरोड़ा आम आदमी पार्टी के तीसरे विधायक हैं जिन पर खुद उनकी ही सरकार के तहत भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं और जिन पर कार्रवाई हुई है। इससे पहले भी पार्टी की “भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस” नीति के तहत दो अन्य विधायकों पर कार्यवाही हो चुकी है। महेश माखीजा, जो विधायक रमन अरोड़ा के बेहद करीबी माने जाते हैं, को भी इसी मामले में विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है।
राजनीतिक हलचल तेज
इस मामले के सामने आने के बाद राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए सवाल उठाए हैं कि अगर सत्तारूढ़ पार्टी के ही नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, तो आम जनता का भरोसा किस पर रहेगा। AAP सरकार ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन यह गिरफ्तारी पार्टी की पारदर्शिता और जवाबदेही की नीति की कड़ी परीक्षा मानी जा रही है। विजिलेंस ब्यूरो ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और हो सकता है आने वाले दिनों में कुछ और नाम भी सामने आएं।
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