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राजस्थान में 65 घंटे से भूखी-प्यासी बोरवेल में फंसी है 3 साल की बच्ची, पूरा देश कर रहा है प्रार्थना

राजस्थान के कोटपूतली में एक 3 साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई है। जिसको रेसक्यू करने के लिए 65 घंटे से एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है।
12:02 PM Dec 26, 2024 IST | Girijansh Gopalan
राजस्थान के कोटपूतली में एक 3 साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई है। जिसको रेसक्यू करने के लिए 65 घंटे से एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है।
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राजस्थान कोटपूतली में एक बच्ची 60 घंटे से बोरवेल में फंसी है।

राजस्थान से एक बार फिर से हर किसी को डरा देने वाली खबर सामने आ रही है। दरअसल राजस्थान के कोटपूतली में बीते सोमवार को 23 दिसंबर को बोरवेल में एक बच्ची फंस गई है। उस बच्ची को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगातार लगी हुई है। आज हम आपको बताएंगे कि अभी तक रेस्क्यू काम कहां तक पहुंचा है।

बोरवेल में गिरी बच्ची

जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान के कोटपूतली में बीते सोमवार यानी 23 दिसंबर को बोरवेल में एक बच्ची फंस गई है। जिसके बाद मौके पर पुलिस की टीम पहुंची थी और एनडीआरएफ को सूचित किया गया था। बोरवेल में फंसी बच्ची की पहचान तीन वर्षीय चेतना के रूप में हुई है। अभी तक मिले अपडेट के मुताबिक रेस्क्यू जारी है और बच्ची को जल्द एनडीआरएफ की टीम बाहर निकाल पाएगी।

65 घंटे से रेस्क्यू जारी

मासूम बच्ची चेतना को बाहर निकालने के लिए कवायद जारी है। बता दें कि तीन साल की मासूम को खड्डे में गिरे 65 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है। वहीं एनडीआरएफ की टीम चेतना को बचाने के लिए पाइलिंग मशीन से खुदाई कर रही है।

रेस्क्यू करने के दौरान आया पत्थर

एनडीआरएफ टीम प्रभारी योगेश कुमार मीना ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया है कि पाइलिंग मशीन से खुदाई कर रहे थे। लेकिन जैसे ही 155 फीट पर पहुंचे थे, उसके बाद पत्थर आ गया था। इसके बाद पाइलिंग मशीन चेंज करनी पड़ी और फिर खुदाई शुरू हुई थी। जानकारी के मुताबिक अब तक 160 फीट खुदाई की जा चुकी है। वहीं 170 फीट तक खुदाई करने की जरूरत है। एनडीआरएफ की ओर से जानकारी मिली है कि हाथ से खुदाई करनी पड़ेगी। जिस जगह 11 इंच का बोरवेल है, वहां मैन्युअली खुदाई की जाएगी। जानकारी के मुताबिक लगभग 8-9 घंटे की खुदाई अभी बची है। उम्मीद है कि आज रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो जाएगा और बच्ची को बचाया जा सकेगा।

700 फीट गहरा है बोरवेल

मासूम बच्ची जिस बोरवेल में गिरी है, उस बोरवेल की गहराई 700 फीट तक है। वहीं उत्तराखंड टनल हादसे में सफल बचाव अभियान पूरा करने वाली रैट माइनर्स की टीम यहां भी बच्ची की मदद के लिए आई है। रैट माइनर्स बोरवेल तक हॉरिजॉन्टल खुदाई कर सुरंग बना रहे हैं। बोरवेल में कैमरा डालने पर सामने आया है कि चेतना फिलहाल बोरवेल में 120 फीट पर अटकी हुई है। इसके लिए 150 फीट की खुदाई कर चेतना तक सुरंग बनाने की योजना तैयार की गई है। इसके अलावा दूसरे तरीकों से भी चेतना को बाहर खींचने की कोशिश की जा रही है।

चेतना के लिए हर कोई कर रहा दुआ

बता दें कि मंगलवार सुबह से चेतना मूव नहीं कर रही है। ऐसे में सभी मासूम के परिजनों में डर का माहौल बना हुआ है, परिवार की हिम्मत टूटने लगी है। सभी यही दुआ कर रहे हैं कि किसी तरह बच्ची सही सलामत अपने परिवार के पास पहुंच जाए। वहीं बेटी के इंतजार में मां की तबीयत भी बिगड़ने लगी है। इस समय जिसको ये खबर मिल रही है हर कोई दुआ कर रहा है।

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