Pahalgam Terror Attack Update: पहलगाम हमले पर 130 देशों ने की निंदा, पाकिस्तान को मिल रहे झटके पे झटका
Pahalgam Terror Attack Update: पहलगाम टेरर अटैक का दर्द अभी ताजा है। हर ओर से एक ही आवाज गूंज रही है- हमें चाहिए बदला। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम अटैक में 26 लोगों की जान चली गई। पाकिस्तान और उसकी आईएसआई ने ही यह हमला करवाया है। भारत ने भी ठान लिया है कि पहलगाम के गुनहगारों और पनाहगारों को सजा देकर रहेगा।
यही वजह है कि पाकिस्तान अब खौफ में है। उसे यकीन है कि भारत उस पर अटैक करेगा। भारत ने अब तक पाकिस्तान पर जल और वायु प्रहार किया है। सिंधु जल संधि खत्म कर जल प्रहार और अपना एयरस्पेस बंद करके वायु प्रहार किया है। अब सबको अग्नि प्रहार का इंतजार है। यानी कब भारत गोला-बम से पाकिस्तान को बेदम करेगा।
पाकिस्तान को मिल रहे झटके पे झटके
बहरहाल, इस बार का बदला बालाकोट एयरस्ट्राइक से अलग और बड़ा होगा। इसके संकेत अभी से दिख रहे हैं। भारत ने अब तक पाकिस्तान या वहां मौजूद आतंकी ठिकानों पर हमला नहीं किया। भारत अभी केवल पाकिस्तान को तिल-तिलकर मार रहा है। भारत अब पाकिस्तान को इंटरनेशनल लेवल पर अलग-थलग करने की चाल चल रहा है। इसकी अगुवाई खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर कर रहे हैं। जी हां, विदेश मंत्री एस जयशंकर चुपके से पाकिस्तान को पस्त करने के लिए कूटनीतिक चालें चल रहे हैं।
जयशंकर सबूतों के साथ पाकिस्तान को बेनकाब कर रहे हैं। दुनिया भर के देशों को अपने साथ ला रहे हैं। दरअसल, एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 10 अस्थाई सदस्य देशों में से पाकिस्तान को छोड़कर शेष 9 देशों के विदेश मंत्रियों से बातचीत की है। इस बातचीत का मकसद पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए उसे वैश्विक मंच पर अलग-थलग करना है। साथ ही भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाना है।
क्या है असल मकसद
भारत पहले ही अपना पलड़ा भारी रखना चाहता है। वह पूरी दुनिया को दिखाना चाहता है कि देखिए पाकिस्तान ने कैसे आतंकियों से हमारे देश पर हमला करवाया है। अगर हम पाकिस्तान में जब अटैक कर दुश्मनों को खत्म करेंगे तो आपलोग कुछ बाद में हमें नहीं बोलिएगा। इस तरह जयशंकर की यह कवायद भारत को अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने और पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। भारत ने हमले में पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी ISI की संलिप्तता का दावा किया।
आईएसआई के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद आसिम मलिक को पाक ने अपना एनएसए यानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया। इसका मतलब है कि पाक की हालत चोर की दाढ़ी में तिनके वाली है। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, इजराइल, जापान समेत 130 से अधिक देशों ने हमले की निंदा की और भारत के साथ एकजुटता दिखाई। जयशंकर की बातचीत ने UNSC के अस्थाई सदस्यों को भारत के पक्ष में लाकर इस समर्थन को और मजबूत किया।
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